दिल्ली न्यूज़: दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने गलत मीटर रीडिंग रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है। गलत मीटर रीडिंग में लिप्त मीटर रीडरों और निजी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। डीजेबी के उपाध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्ट आचरण और पानी मीटर की गलत रीडिंग में लिप्त पानी के मीटर रीडरों एवं संबंधित निजी कंपनी वाले बख्शे नहीं जाएंगे। डीजेबी के अधिकारी पानी के मीटर रीडिंग और गलत पानी के बिलों से संबंधित मामले को समयबद्ध तरीके से खत्म करें। उपाध्यक्ष ने डीजेबी सदस्य (वित्त) पूजा जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में उपाध्यक्ष ने कहा कि लोगों की कुछ शिकायतों को संज्ञान में लिया गया, जो दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में पानी के मीटर को मीटर रीडर द्वारा गलत तरीके से रीडिंग लेने के साथ-साथ भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रही है। उन्होंने कहा कि डीजेबी के अधिकारियों को एक प्रक्रिया बनानी होगी, जिसके तहत प्रत्येक मीटर रीडर के काम का मूल्यांकन पहले स्तर पर मीटर इंस्पेक्टर द्वारा किया जाएगा। उसके बाद क्रॉस वेरिफिकेशन जोनल राजस्व अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
उपाध्यक्ष ने निर्देश दिए कि अब प्रत्येक वाटर रीडर को मीटर रीडिंग की तस्वीरों के साथ डीजेबी के पास वाटर रीडिंग का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। जिसे क्रॉस चेक किया जाएगा। ऐसी खबरें हैं कि निजी मीटर रीडर, मीटर रीडिंग में हेरफेर करने के लिए पैसे की मांग कर रहे हैं। गलत वाटर मीटर रीडिंग के माध्यम से लोगों के लिए पैदा की गई किसी भी समस्या को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को माफ नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को पानी के मीटर रीडिंग और पानी के बिल को लेकर आम आदमी के सामने आने वाली सभी चुनौतियों को खत्म करने के लिए कहा गया। पूजा जैन ने सुझाव दिया कि विभाग के बेहतर प्रदर्शन करने वाले जेडआरओ, मीटर इंस्पेक्टर और वाटर रीडर्स को पुरस्कृत किया जाना चाहिए तथा खराब प्रदर्शन करने वालों को कारण बताओ नोटिस दी जाए।