एक अप्रैल से लगेगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल, जानिए आपको चुकाने होंगे कितने रूपये

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों को एक अप्रैल से टोल चुकाना पड़ेगा। दिल्ली से डासना तक टोल नहीं देना होगा।

Update: 2022-03-25 02:58 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों को एक अप्रैल से टोल चुकाना पड़ेगा। दिल्ली से डासना तक टोल नहीं देना होगा। लेकिन दिल्ली से मेरठ तक पूरे मार्ग का टोल चुकाना होगा। करीब 30 हजार वाहन चालकों पर टोल का बोझ पड़ेगा।

सराय काले खां से मेरठ में काशी टोल प्लाजा तक टोल वसूली के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बीते साल ही नोटिफिकेशन जारी कर चुका है। अब दरों में 10 से 15% की बढ़ोतरी की जाएगी।
10 से 15% बढ़ सकती हैं टोल दरें
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक अप्रैल 2021 से चल रहा मुफ्त का सफर सिर्फ सात दिन और कर सकते हैं। एक अप्रैल से टोल वसूली शुरू हो जाएगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। एक्सप्रेसवे से रोज गुरजने वाले वाहनों के लिए दूसरा झटका यह है कि पूर्व में तय की गईं टोल की दरों में 10 से 15 फीसदी का इजाफा हो सकता है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने मंत्रालय के पास इसका प्रस्ताव भेजा है। इसे दो-चार दिन में हरी झंडी मिलने की संभावना है।
सराय काले खां से लेकर मेरठ स्थित काशी टोल प्लाजा तक की दरें एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) बीते साल ही तय कर नोटिफिकेशन जारी कर चुका था। अब इन दरों में बढ़ोतरी की जाएगी। सराय काले खां से मेरठ के काशी टोल तक 140 रुपये टोल शुल्क तय किया गया था, लेकिन एक अप्रैल से यह बढ़कर 155 रुपये हो सकता है। इससे पहले एनएचएआई ने इस एक्सप्रेसवे पर 25 दिसंबर 2021 की सुबह 8 बजे सेे टोल वसूली करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया था।
आरओबी अधूरा, दिल्ली से डासना तक टोल नहीं
एनएचएआई ने मेरठ से दिल्ली के बीच पूरे मार्ग पर टोल लगाने का फैसला किया है लेकिन दिल्ली से डासना के बीच चिपियाना आरओबी का निर्माण अधूरा होने की वजह से टोल वसूली में रियायत दी गई है। दिल्ली से अगर कोई वाहन डासना तक आएगा तो उसे टोल नहीं देना होगा। चिपियाना आरओबी का निर्माण पूरा हो जाने के बाद फिर दोनों साइड से पूरा टोल देना पड़ेगा। एनएचएआई अप्रैल माह के अंत तम इस आरओबी का निर्माण पूरा कर लेगा। एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि एक अप्रैल की सुबह 8 बजे से टोल वसूली शुरू हो जाएगी। वाहन चालक जितने किलोमीटर इस एक्सप्रेसवे पर सफर करेंगे, उतना ही टोल देना पड़ेगा।
दिल्ली से मेरठ जाना हो तो रियायत नहीं
अगर कोई वाहन दिल्ली से चलकर मेरठ तक जाएगा तो फिर रियायत खत्म हो जाएगी और उसे पूरे मार्ग का टोल देना होगा। इसी तरह अगर कोई वाहन मेरठ से गाजियाबाद के इंदिरापुरम तक जाएगा तो उसे इस प्वाइंट तक का टोल देना होगा। शनिवार को नई टोल दरें सार्वजनिक की जा सकती हैं। यातायात के नियम तोड़ने पर चालान ऑनलाइन किए जाएंगे।
सराय काले खां से डासना के बीच फास्ट टैग से टोल
सराय काले खां से डासना के बीच टोल बूथ नहीं बनाए गए हैं। यहां ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर ( एएनपीआर ) के जरिए फास्ट टैग से शुल्क कट जाएगा। डासना से काशी टोल प्लाजा तक टोल वसूली के लिए बूथ बनाए गए हैं। सभी पर टोल वसूली की तैयारी की जा रही है। 30 या 31 मार्च से ट्रायल शुरू किया जा सकता है। एक्सप्रेस वे पर बाइक चलाने पर प्रतिबंध रहेगा।
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