New Delhi नई दिल्ली : दिग्गज लड़ाकू पायलट एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित 1 सितंबर से भारतीय वायुसेना के प्रयागराज स्थित सेंट्रल एयर कमांड के नए प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वे एयर मार्शल आरजीके कपूर की जगह लेंगे , जो आज सेवानिवृत्त हुए। 6 दिसंबर, 1986 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में शामिल हुए एयर मार्शल दीक्षित एक प्रायोगिक परीक्षण पायलट और एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक हैं, जिनके पास भारतीय वायुसेना के विभिन्न विमानों पर 3,300 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (बांग्लादेश) और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के पूर्व छात्र, दीक्षित कारगिल युद्ध में ऑपरेशन सफेद सागर और ऑपरेशन-बक्षक जैसे अभियानों और अभ्यासों में सक्रिय रूप से शामिल थे। कमांडिंग ऑफिसर के तौर पर उन्होंने भारतीय वायुसेना के एक स्क्वाड्रन को अत्याधुनिक मिराज-2000 लड़ाकू विमान से सुसज्जित किया और बाद में पश्चिमी क्षेत्र में एक फ्रंट-लाइन फाइटर एयर बेस और दक्षिणी क्षेत्र में एक प्रीमियर फाइटर ट्रेनिंग बेस की कमान संभाली।
एयर ऑफिसर ने दक्षिणी वायु कमान के एयर डिफेंस कमांडर का पद संभाला और वायु सेना मुख्यालय में सहायक वायु सेना प्रमुख (परियोजनाएं) और वायु सेना स्टाल (योजनाएं) के सहायक प्रमुख के पदों पर भी कार्य किया। वायु सेना मुख्यालय में वायु सेना के उप प्रमुख के तौर पर दीक्षित ने रक्षा बलों की आत्मनिर्भरता पहल को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एलसीए मार्क-1ए, मार्क-2 और एएमसीए समेत कई स्वदेशी विमान परियोजनाओं में उप प्रमुख के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई। एयर मार्शल ने भविष्य की प्रौद्योगिकियों को अपनाने वाली कई परियोजनाओं का नेतृत्व किया और यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम किया कि भारतीय वायुसेना 'आत्मनिर्भरता' पर लगातार ध्यान केंद्रित करते हुए आधुनिकीकरण हासिल करे। (एएनआई)