इनकम टैक्स में राहत क्यों नहीं दी गई वित्त मंत्री ने श्लोक से बात समझाई
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को लगातार चौथी बार संसद में आम बजट (Budget 2022) पेश किया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को लगातार चौथी बार संसद में आम बजट (Budget 2022) पेश किया. वित्त मंत्री ने लगातार दूसरी बार पेश किए गए पेपरलेस बजट में अलग-अलग क्षेत्रों में कई आर्थिक आवंटन किए, लेकिन उन्होंने टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया और मिडिल क्लास को कोई राहत नहीं दी.
टैक्स स्लैब में क्यों नहीं किया गया बदलाव?
90 मिनट के बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि आखिरकार टैक्स स्लैब में कोई बदलाव क्यों नहीं किया गया और लोगों को क्यों राहत नहीं दी गई. उन्होंने महाभारत के एक श्लोक का उदारहण दिया और कहा कि राजा को किसी भी प्रकार की ढिलाई न करते हुए और धर्म के अनुरूप करों का संग्रहण करना चाहिए.
महाभारत के शांति अध्याय 72 के 11वें श्लोक का जिक्र
निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने डायरेक्ट टैक्स के बारे में ऐलान करने से पहले महाभारत के शांति अध्याय 72 के 11वें श्लोक का जिक्र किया. इसमें कहा गया है कि राजा को लोगों के योगक्षेम के लिए, मतलब उनके कल्याण के लिए प्रयास करते रहना चाहिए.
ढिलाई न करते हुए करों का संग्रहण
वित्त मंत्री ने कहा, 'दापयित्वाकरंधर्म्यंराष्ट्रंनित्यंयथाविधि. अशेषान्कल्पयेद्राजायोगक्षेमानतन्द्रितः॥११॥' यानी 'राजा को किसी भी प्रकार की ढिलाई न करते हुए और धर्म के अनुरूप करों का संग्रहण करने के साथ-साथ, राज धर्म के अनुसार शासन करके लोगों के योगक्षेम (कल्याण) के लिए अवश्य व्यवस्थाएं करनी चाहिए.'
आयकर नियमों में किए जाएंगे बड़े सुधार
इनकम टैक्स नियमों पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि आयकर नियमों में बड़े सुधार किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि टैक्सपेयर को अपडेटेड रिटर्न भरने का मौका मिलेगा. वित्त मंत्री की तरफ से की गई घोषणा के बाद अब जुर्माना भरकर 2 साल पिछला आईटी रिटर्न्स अपडेट कर सकेंगे. कई बार टैक्सपेयर से गलती हो जाती है, अब सरकार की तरफ से इसे अपडेट करने का मौका मिलेगा. यह टैक्सपेयर्स के लिए अच्छी शुरुआत मानी जा रही है.