कहां खड़ा है 5G की रेस में भारत, जानिए क्या है बाकी देशों में इस सर्विस का हाल

देश में 5G मोबाइल सर्विस का ट्रायल हो गया. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद इसका टेस्ट किया.

Update: 2022-05-20 02:22 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में 5G मोबाइल सर्विस का ट्रायल हो गया. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद इसका टेस्ट किया. वैष्णव ने आईआईटी मद्रास में 5G कॉल की सफल टेस्टिंग की. इसमें वीडियो और वॉइस कॉलिंग (Voice Calling) दोनों को शामिल किया गया. जिस डिवाइस पर इसकी टेस्टिंग की गई, उसे भारत में ही डिजाइन और बनाया गया है. इन तमाम तैयारियों के बीच भारत में मोबाइल नेटवर्क का एक नया दौर शुरू हो गया. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि भारत के आस-पड़ोस के देशों में इस सर्विस (5G Service) का क्या हाल है. भारत से आगे या पीछे के देशों में 5G की तैयारियां क्या हैं? किन-किन देशों में यह सेवा पहले शुरू हो चुकी है?

आइए पहले इस सर्विस के बारे में एक ओवरऑल जानकारी ले लेते हैं. दुनिया के कई देशों ने या तो 5G सेवा शुरू कर दी है या इसके नेटवर्क की टेस्टिंग कर रहे हैं. इस मामले में भारत कई देशों से बहुत पीछे है. लेकिन अब कोशिशें कुछ तेज दिख रही हैं. देश की तीन बड़ी टेलीकॉम कंपनियां- एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया इस सर्विस के स्पेक्ट्रम की नीलामी में भाग ले सकती हैं. यह नीलामी अगले कुछ महीनों में हो सकती है. भारत का टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई अपनी कुछ सिफारिशों के साथ आगे आया है जिसमें स्पेक्ट्रम की कीमत 35-40 परसेंट तक घटाने की बात है. इस मामले की की गेंद अब भारत सरकार के पाले में है कि वह रेट घटाती है या नहीं.
बाकी देशों में क्या है हाल
बात सबसे पहले यूरोप के कुछ देशों की. फ्रांस और जर्मनी जैसे देश जहां की आबादी भारत की मुट्ठी भर है, वहां 5G का निर्बाध कवरेज है. इन देशों ने बहुत पहले इस सर्विस पर काम शुरू किया और आज इसका फायदा उठे रहे हैं. यूरोपीय देशों के अलावा चीन, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कई दक्षिण अमेरिकी देश और कुछ अफ्रीकन देशों में 5जी सर्विस चालू है. अगर पूरी तरह से चालू नहीं है तो बड़े हिस्से में इसका नेटवर्क काम कर रहा है.
5G नेटवर्क को ट्रैक करने वाली कंपनी Ookla ने बताया है कि भारत दुनिया के उन बड़े देशों में शामिल है जहां अभी तक 5G नेटवर्क नहीं है. यहां तक कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में अभी तक इस सर्विस विचार भी शुरू नहीं हो सका है. 5G सर्विस की रेस में ये देश अभी तक कूद भी नहीं पाए हैं. दूसरी ओर, तमाम चुनौतियों और आर्थिक तंगी के बीच श्रीलंका अपने यहां 5G नेटवर्क चला रहा है. यहां तक कि रूस में भी यह सेवा शुरू है. यह अलग बात है कि यह सर्विस अभी राजधानी मॉस्को में ही शुरू की गई है, लेकिन बाकी के शहरों में तेजी से काम जारी है.
5G नेटवर्क का इंतजार
मोबाइल सर्विस से जुड़ी दुनिया की जानी मानी कंपनी एरिक्शन ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 2021 के अंत तक दुनिया की 2 अरब आबादी के पास 5G सर्विस होगी. अनुमान के मुताबिक, 2027 तक दुनिया की 75 फीसद आबादी को इस सर्विस का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. लेकिन यह कैसे और किस विधि से होगा, इस बारे में अभी तक कोई साफ बात निकल कर सामने नहीं आई है. जब भारत जैसे विशाल देश में ही यह सेवा पिछड़ी हुई है, तो बाकी हल्की आबादी वाले देशों के बारे में क्या कहा जाए. हालांकि एक बात गौर करने वाली है कि 5G सर्विस आए या नहीं, लेकिन 5G नेटवर्क का फोन वर्षों से बिक रहा है. बस इंतजार उसमें 5G नेटवर्क आने का है.
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