इन कर्मचारियों के पास इस महीने खास मौका, ऐसे बढ़ा सकते हैं EPF का पैसा

अप्रैल का महीना आधा खत्म हो चुका है और प्राइवेट नौकरी करने वाले कर्मचारियों के लिए बेहद खास माना जाता है

Update: 2021-04-16 14:49 GMT

अप्रैल का महीना आधा खत्म हो चुका है और प्राइवेट नौकरी करने वाले कर्मचारियों के लिए बेहद खास माना जाता है. अगर आप भी चाहते हैं तो इस महीने में अपनी सैलरी में काफी बदलाव कर सकते हैं और अपने भविष्य के लिए प्लानिंग कर सकते हैं. दरअसल, अप्रैल के महीने में कंपनियां सभी कर्मचारियों के सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव करती हैं और अप्रेजल की वजह से कर्मचारियों की सैलरी में बदलाव होता है. ऐसे में कंपनी के अलावा आप भी अपने हिसाब से कंपनी सैलरी में बदलाव कर सकते हैं.

वैसे तो कंपनी की ओर से आपका सैलरी ब्रैकअप तय किया जाता है, लेकिन अगर आप चाहें तो आप ईपीएफ को लेकर इसमें बदलाव कर सकते हैं. जी हां, अप्रैल के महीने में कर्मचारियों के पास यह मौका रहता है कि वो अपनी ईपीएफ के शेयर को बढ़ा सकते हैं. अगर आपको इन हैंड मिलने वाली सैलरी काफी रहती है और उसमें से कुछ पैसे बचाना चाहते हैं तो आप ईपीएफ के शेयर को बढ़ा सकते हैं, जिससे रिटायरमेंट के लिए आपके पास अच्छा पैसा जमा हो जाता है और एक साथ ब्याज के साथ पैसा मिलता है.
अच्छा विकल्प है ईपीएफ बढ़वाना
अगर आप भी नौकरीपेशा हैं तो आप भी EPF के पैसे को इस महीने से डबल कर सकते हैं. आप अपने एम्प्लॉयर से EPF Account में पीएफ कंट्रीब्यूशन को बढ़वा सकते हैं. इससे आपकी इन हैंड सैलरी थोड़ी कम जरूर होगी. लेकिन, बचत और टैक्स के लिहाज से अच्छा विकल्प मिलेगा. फिलहाल, प्रोविडेंट फंड (EPF) में 8.55 फीसदी ब्‍याज मिलता है. कंट्रीब्‍यूशन बढ़ेगा तो इससे आपको ब्याज भी ज्यादा मिलेगा. इससे ना सिर्फ पैसे सिक्योर रहेंगे, बल्कि आपको टैक्स में भी फायदा मिलेगा. कोई भी कर्मचारी अपने मंथली कंट्रीब्‍यूशन को बेसिक सैलरी के 100 फीसदी तक बढ़वा सकता है.
डबल होगा फायदा
यह ऑप्शन उन कर्मचारियों के लिए कारगर है, जिनकी कैश इन हैंड सैलरी उनके लिए पर्याप्त है और वो हर महीने अपनी सैलरी से बचत कर रहे हैं. ऐसे में वो एक पॉलिसी करवाने की तरह सीधे अपने अकाउंट से एक अमाउंट जमा कर सकते हैं और ये आपके पीएफ अकाउंट में जमा होने लगेगा और आपको टैक्स के साथ ही आगे फायदा मिलने लगेगा. EPF पर मिलने वाला ब्याज कम्पाउंडिंग (Compound interest) होता है. इसलिए हर साल ज्यादा पैसा जमा होने पर ज्यादा ब्याज कमाने का भी मौका मिलता है. पीएफ पर ब्याज की गणना चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला से होती है.
कैसे होती है ब्याज की गणना?
EPF अकाउंट में हर महीने जमा पैसे यानि मंथली रनिंग बैलेंस के आधार पर ब्याज की गणना की जाती है. लेकिन, इसे साल के आखिर में अकाउंट में जमा किया जाता है. EPFO हमेशा खाते का ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस लेता है. चालू वित वर्ष खत्म होने पर ब्याज का कैलकुलेशन किया जाता है. साल के हर महीने की आखिरी तारीख को बैलेंस राशि को जोड़कर उस राशि को तय ब्याज दर को भागकर 1200 से गुनाकर ब्याज राशि निकाली जाती है.


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