इक्विटी म्यूचुअल फंड में सितंबर तिमाही में आया 40,000 करोड़ रुपये का निवेश, जाने
Mutual Funds: इक्विटी म्यूचुअल फंड के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां सितंबर के अंत तक बढ़कर 12.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं. जून के अंत तक यह 11.1 लाख करोड़ रुपये थीं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) में सितंबर में समाप्त तिमाही के दौरान नेट रूप से करीब 40,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है. न्यू फंड ऑफर्स (NFO) में मजबूत प्रवाह और सिस्टैमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में स्थिरता के बीच इक्विटी फंड्स को तिमाही के दौरान अच्छा निवेश मिला है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों के मुताबिक, इस प्रवाह के साथ इक्विटी म्यूचुअल फंड के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां सितंबर के अंत तक बढ़कर 12.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं. जून के अंत तक यह 11.1 लाख करोड़ रुपये थीं.
आंकड़ों के अनुसार, सितंबर तिमाही में इक्विटी फंड्स में 39,927 करोड़ रुपये का निवेश आया. जून तिमाही में यह आंकड़ा 19,508 करोड़ रुपये रहा था. मार्च से इक्विटी म्यूचुअल फंड में प्रवाह लगातार बढ़ रहा है. इससे पहले जुलाई, 2020 से फरवरी, 2021 तक लगातार आठ माह इन फंड्स से निकासी हुई थी.
क्यों बढ़ा म्यूचुअल फंड्स में निवेश
हेम सिक्योरिटीज के प्रमुख-पीएमएस मोहित निगम ने कहा, इक्विटी फंड्स में सतत प्रवाह से भारतीय शेयर बाजारों के प्रति निवेशकों की सकारात्मक धारणा का पता चलता है. अर्थव्यवस्था में सुधार, कंपनियों के महामारी की बाधाओं से उबरने तथा सरकार के समर्थन वाले रुख से अर्थव्यवस्था तेजी से पुनरुद्धार की राह पर है.
म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों का कहना है कि इक्विटी में आए शुद्ध प्रवाह में प्रमुख योगदान एनएफओ का है. संपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) के योजना वर्गीकरण नियमों के तहत अपनी पेशकशों को पूरा करने का प्रयास कर रही हैं.
सितंबर तिमाही के दौरान इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स (ईएलएसएस) और वैल्यू फंड्स को छोड़कर सभी कैटेगरी में इनफ्लो देखा गया है.
इक्विटी फंडों की श्रेणियों के भीतर, फ्लेक्सी-कैप सेगमेंट में सबसे अधिक 18,258 करोड़ रुपये का नेट निवेश देखा गया. इसके बाद सेक्टोरल फंड्स में 10,232 करोड़ रुपये का निवेश आया और 4,197 करोड़ रुपये को आकर्षित करने वाले फंडों पर ध्यान केंद्रित किया गया.