GST चोरी: फर्जी कंपनियों से जारी करवाए गए 85 करोड़ के फर्जी बिल, फिर...

टैक्स (Tax) चोरी के एक अनोखे मामले का खुलासा किया है.

Update: 2022-03-05 06:27 GMT

ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे में सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (CGST) कमिश्नरेट ने टैक्स (Tax) चोरी के एक अनोखे मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक फुटवेयर एक्सपोर्टर ने 85 करोड़ रुपए के फर्जी बिल के जरिए बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दे दिया. अब एक्सपोर्टर को 15.26 करोड़ रुपए की GST चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

व्यापारी के बारे में दिल्ली के कस्टम विभाग ने इनपुट शेयर किया था. सूचना मिलने के बाद मुंबई के बोरीवली में स्थित M/s कौर्वेट ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड (M/s. Corvette Tradelink Pvt. Ltd) के खिलाफ जांच शुरू की गई. जांच में सामने आया कि कंपनी ने कई फर्जी बिल के जरिए टैक्स बचाने की कोशिश की. इसके तहत दिल्ली की ऐसी संस्थाओं के नाम पर बिल जारी करवाए गए, जो हकीकत में हैं ही नहीं.
कंपनी के डायरेक्टर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ CGST एक्ट 2017 के तहत मामला दर्ज कर उसे मुंबई के कोर्ट में पेश किया गया था. अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अगर उसके खिलाफ आरोप साबित होते हैं तो उसे 5 साल तक की सजा हो सकती है.
इससे पहले 24 फरवरी को गुजरात में 762 करोड़ रुपए के फर्जी बिल बनाकर 137 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया था. इस मामले में गुजरात एटीएस ने भावनगर के माधव कॉपर लिमिटेड के चेयरमैन नीलेश पटेल को गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी लंबे वक्त से नीलेश पटेल को ट्रैक कर रही थी. जीएसटी विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में पहले ही अफजल सिजाणी और मुहम्मद अब्बास, रफीक अली को गिरफ्तार किया था. जबकि नीलेश की तलाश की जा रही थी. नीलेश के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था. लेकिन नीलेश फरार चल रहा था. नीलेश ने सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक भी लगवा दी थी. लेकिन कोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं मिली थी.आरोप है कि 19 फरवरी को नीलेश ने गिरफ्तारी से बचने के लिए जीएसटी अधिकारियों के ऊपर कार चलाने की कोशिश की और अधिकारियों की कार को टक्कर देकर भाग गया.
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