भारत में लॉन्च से पहले बंद हुई चीन की ग्रेट वॉल मोटर्स, जानिए पूरा मामला
दिल्ली: चीन की सबसे बड़ी SUV निर्माता कंपनी GWM (ग्रेट वॉल मोटर्स) को बड़ा झटका लगा है। भारत में इनकी लॉन्चिंग पिछले दो साल से अधर में लटकी थी और अब यह कंपनी लॉन्च से पहले ही बंद होने जा रही है। कंपनी ने गुरुवार को अपने सभी भारतीय कर्मचारियों को निकाल दिया है। ग्रेट वॉल मोटर्स की योजना भारत में कई SUVs और पिकअप ट्रक के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारें भी लेकर आने की थी।
तत्काल प्रभाव से निकाले 11 कर्मचारी: GWM ने अपने अलग-अलग विभागों में काम करने वाले सभी 11 कर्मचारियों को गुरुवार की मीटिंग में अगले तीन महीने का वेतन और छह महीने की वेरिएबल पे देकर तत्काल प्रभाव निकाल दिया है। सूत्रों के अनुसार, किसी भी कर्मचारी को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने का विकल्प नहीं दिया गया है। इस साल मार्च में GWM में रणनीति और योजना निदेशक कौशिक गांगुली ने भी कंपनी छोड़ दी थी। वह अक्टूबर, 2018 में कंपनी में शामिल हुए थे।
अपनी SUVs से ध्यान खींचने वाली कंपनी ने इस कारण समेटा कारोबार: 2020 में आयोजित हुए ऑटो एक्सपो में GWM ने अपनी कई आकर्षित करने वाली जबरदस्त SUVs का प्रदर्शन किया था। इस एक्सपो में ही कंपनी ने 2021 तक मैन्युफैक्चरिंग और बिजनेस शुरू करने की घोषणा की थी। इसके लिए कंपनी ने भारत में 7,000 करोड़ रुपए के फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (FDI) के क्लीयरेंस के लिए दो साल से अधिक समय से इंतजार कर रही थी। इसके चलते कंपनी ने आखिरकार भारत में अपना व्यवसाय बंद करने का निर्णय लिया है।
GWM ने शुरुआत में भारत में विनिर्माण प्लांट, रिसर्च, बिजली, वाहन और पार्ट्स बनाने आदि के खर्चों को कवर करने के लिए 7,000 करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव रखा था, लेकिन कंपनी को भारत में सरकार से इस पर कोई अनुमति नहीं मिली। कंपनी भारतीय बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के प्रति आश्वस्त थी और कंपनी चरणबद्ध तरीके से अनुमानित 3,000 रोजगार देने की योजना भी बना चुकी थी।
भारत में निराश हुई हैं ये कंपनियां: GWM से पहले भी चीन की कई कंपनियां भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में उतरने की योजना बना कर छोड़ चुकी हैं। इनमें चीन की दिग्गज छांगन (Changan), हायमा (Haima) और चेरी (Chery) जैसी कंपनियां शामिल हैं। इससे पहले फोर्ड मोटर और जनरल मोटर्स जैसी दिग्गज कंपनियां भी देश छोड़कर जा चुकी है। ग्रेट वॉल मोटर्स ने जनरल मोटर्स का तालेगांव प्लांट खरीदने के लिए 2020 में एक टर्म शीट समझौता भी किया था, जो 30 जून, 2022 को समाप्त हो गया।