चंडीगढ़ न्यूज़: अमेरिका के यूएस पैसिफिक एयर फोर्स (पीएसीएएफ) के कमांडर जनरल केनेथ विल्सबैक ने कहा कि ताइवान के चारों तरफ चीन की घेराबंदी को तोड़ने के लिए हमें चीन के जहाजों को समुद्र में डुबोना होगा.
वह को अमेरिका के कोलोराडो में एयर एंड स्पेस फोर्सेस एसोसिएशन वारफेयर के एक कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान विलबैक ने कहा कि हथियारबंद ड्रोन्स और बी-21 रेडर हथियारों की मदद से मिशन को अंजाम दिया जा सकता है. अमेरिकी जनरल ने कहा कि चीन के जहाजों पर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी लगी हैं, जिससे किसी भी युद्धक विमान को निशाना बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि चीन की चुनौती से निपटने के लिए अमेरिका को अपने सहयोगी देशों के साथ युद्धाभ्यास करने चाहिए.
बता दें कि बीते साल अगस्त में जब अमेरिका की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान को दौरे पर गईं थी तो अमेरिका के इस कदम से नाराज चीन ने ताइवान के चारों तरफ घेराबंदी कर दी थी. ताइवान के पूर्वी तट पर अभी भी चीन के जहाज मौजूद हैं, जिससे ताइवान का रास्ता लगभग बंद हो गया है.
युद्ध के लिए तीन साल में तैयार हो जाए ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच अगले तीन साल में युद्ध हो सकता है. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में इस खतरे को लेकर आगाह किया गया है कि वह जंग के लिए तीन साल में तैयार हो जाए. ऑस्ट्रेलिया के दो प्रमुख अखबारों ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ और ‘द एज’ ने इस बारे में एक संयुक्त रिपोर्ट तैयार की है. ताइवान न्यूज ने इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी है. संयुक्त रिपोर्ट में प्रधानमंत्री अल्बानीज की सरकार को चीन से युद्ध के लिए तैयार रहने की सलाह दी है. इस रिपोर्ट को ‘रेड अलर्ट’ नाम दिया गया है. इसमें कहा गया है कि ऑस्ट्रेलियाई नागरिक जितना सोचते हैं, ताइवान और चीन के बीच संघर्ष होने की संभावना उससे भी ज्यादा है. इसका असर ऑस्ट्रेलिया तक पड़ सकता है. इसलिए सरकार को तेजी के साथ युद्ध की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.