विश्व

डब्ल्यूएचओ ने दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना केस कम होने पर जताई खुशी, भारत के लिए कही यह बात

Kunti Dhruw
26 April 2021 5:37 PM GMT
डब्ल्यूएचओ ने दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना केस कम होने पर जताई खुशी, भारत के लिए कही यह बात
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विश्व स्वास्थ्य संगठन

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस एडनोम घेबियस ने सोमवार को भारत में कोविड -19 संकट पर चिंता जाहिर की और स्थिति को "हृदयविदारक" बताया। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ और आपूर्ति भारत भेज रहा है। उन्होंने कहा, "कई क्षेत्रों में कोरोना के मामलों और मौतों में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन कई देश अभी भी कोविड -19 का बड़ा संकट झेल रहे हैं। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि भारत में स्थिति हृदयविदारक है।"

उन्होंने कहा, हम जो कुछ भी कर सकते हैं, कर रहे हैं। मसलन महत्वपूर्ण उपकरण और आपूर्ति प्रदान कर रहे हैं। WHO प्रमुख ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, "हजारों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, मोबाइल अस्पताल और प्रयोगशाला की आपूर्ति की जा रही है।" उन्होंने यह भी कहा कि डब्लूएचओ ने पोलियो और तपेदिक सहित विभिन्न कार्यक्रमों के 2,600 से अधिक विशेषज्ञों को भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ काम करने के लिए कहा है। बता दें कि यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत कोविड की भयावह लहर से लड़ रहा है। 130 करोड़ का देश महामारी का हॉटस्पॉट बन गया है। भारत में सोमवार सुबह कोरोना के 3.52 लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए। अभी 28 लाख से अधिक मामले एक्टिव हैं। जबकि 1.43 करोड़ लोग ठीक हुए हैं। 2,812 नई मौतों के साथ, अब मरने वालों की संख्या 1.95 लाख से अधिक है
इस बीच अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन और दवाओं की भारी कमी देखी जा रही है। मालूम हो कि आज नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि एयर इंडिया की फ्लाइट सोमवार को न्यूयॉर्क से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लेकर भारत पहुंची। मंत्री ने ट्वीट किया, "महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई को मजबूत करने के सभी प्रयास जारी हैं।"
बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने आज सख्त लहजे में कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन सप्लाई में किसी भी तरह की रुकावट सैकड़ों इंसानों की ज़िंदगी को खतरे में डाल देगी। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा है कि वे ऑक्सीजन सप्लायर से मीटिंग करें, रीफिलर और अस्पतालों के साथ संपर्क में रहे जिससे कि ऑक्सीजन की हर जगह सही से सप्लाई की जा सके।


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