प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते हो सकते हैं। नौ साल में आठवीं बार अमेरिका दौरे पर जा रहे मोदी की यह पहली राजकीय यात्रा है। इस दौरान मोदी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडन के मेहमान होंगे। आइये जानते हैं यह दौरा प्रधानमंत्री मोदी के अन्य दौरों से अलग क्यों है? राजकीय यात्रा क्या होती है? यह इतनी अहम क्यों मानी जाती है? मोदी से पहले भारत के कौन से प्रधानमंत्री अमेरिका के राजकीय दौरे पर जा चुके हैं?
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान 350 फाइटर जेट इंजनों के भारत में निर्माण का बड़ा रणनीतिक सौदा हो सकता है। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जनरल इलेक्ट्रिक को भारत में फाइटर जेट इंजन बनाने का परमिट देने के समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। यह सरकार से सरकार का समझौता होगा। व्यापार परिषद की एयरोस्पेस व रक्षा समिति दोनों देशों के रक्षा क्षेत्र के उत्पादकों को करीब लाने के लिए इंडस एक्स का आयोजन करेगी।
किसी देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या राजा द्वारा जब किसी दूसरे देश का आधिकारिक दौरा किया जाता है तो उसे राजकीय यात्रा कहते हैं। इस तरह के दौरे में संबंधित राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री या राजा को उस देश के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा राजकीय यात्रा के लिए न्योता दिया जाता है, जहां की वह यात्रा करने वाला है। इस तरह की यात्रा का सारा खर्च मेजबान देश उठाता है। इसके साथ ही मेजबान देश अपने आगंतुकों के लिए उच्चतम स्तर के आतिथ्य का प्रबंध करता है।
राजकीय यात्रा में क्या-क्या होता है?
अपनी मेजबानी में मेजबान देश संबंधित अतिथि के स्वागत में कई कार्यक्रमों का आयोजन करता है। राजकीय अतिथि को 21 तोपों की सलामी दी जाती है। मिलिट्री बैंड द्वारा दोनों देशों का राष्ट्र गान बजाया जाता है। राजकीय अथिति और मेजबान देश के राष्ट्राध्यक्ष के बीच उपहारों का आदान-प्रदान भी होता है। राजकीय अथिति के सम्मान में राजकीय भोज का भी आयोजन होता है।
अमेरिका में उच्चाधिकारियों की कितनी तरह की यात्राएं होती हैं?
अमेरिका की बात करें तो यहां का दौरा करने वाले उच्चाधिकारियों के लिए कुल पांच तरह के दौरे तय किए गए हैं। इन्हें राजकीय यात्रा, आधिकारिक यात्रा, आधिकारिक कार्य यात्रा, कार्य यात्रा और निजी यात्रा कहा जाता है। इनमें राजकीय यात्रा सबसे ऊपर है। इसका न्योता केवल अमेरिकी राष्ट्रपति ही दे सकते हैं। हर यात्रा का प्रोटोकॉल अलग होता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक गेस्ट हाउस ब्लेर हाउस है। यह गेस्ट हाउस व्हाइट हाउस के पास बना है। अमेरिका के राजकीय अथिति को इसी में ठहराया जाता है। राजकीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति जो बाइडेन से व्हाइट हाउस में मुलाकात होगी। इसके साथ ही मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में राजकीय भोज (लंच) भी होगा।