ट्रंप के बेटे ने कश्मीर को दिखाया पाकिस्तान के नक्शे में, भारत को बाइडेन समर्थक देश करार दिया
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| वॉशिंगटन, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के वोटिंग के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के बेटे ने भारत का विवादित नक्शा ट्वीट किया है। डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने ट्वीट कर ट्रंप समर्थक और बाइडेन समर्थक देशों को लाल और नीले रंग में दिखाया। जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बता दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने भारत को भी जो बाइडेन के प्रभाव वाला देश करार दिया है।
भारत को बताया बाइडेन के प्रभाव वाला देश
डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के दिन विश्व मानचित्र को ट्वीट किया। इसमें लाल रंग में ट्रंप समर्थित देशों को दिखाया गया है। जबकि नीले रंग में जो बाइडेन का समर्थन करने वाले देशों को बताया है। उन्होंने दुनिया के चार देशों को छोड़कर पूरे विश्व को ट्रंप का समर्थन करने वाला देश करार दिया है। ट्रंप जूनियर ने जिन देशों को बाइडेन समर्थक बताया है उनमें भारत, चीन, मेक्सिको और लाबेरिया शामिल हैं।
पाकिस्तान-ईरान-रूस को बताया अपना समर्थक
ट्रंप जूनियर ने पाकिस्तान, ईरान और रूस तक को अपना समर्थक देश बताया है। माना जा रहा है कि उनके इस ट्वीट को लेकर बवाल बढ़ सकता है। क्योंकि, अमेरिकी चुनाव में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के मतदाता ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं।
Okay, finally got around to making my electoral map prediction. #2020Election #VOTE pic.twitter.com/STmDSuQTMb
— Donald Trump Jr. (@DonaldJTrumpJr) November 3, 2020
ट्रंप ने बताया था भारत को 'गंदा'
ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की अंतिम बहस के दौरान चीन, भारत और रूस के बारे में कहा था कि ये देश अपनी गंदी हवाओं का ध्यान नहीं रख रहे हैं। बृहस्पतिवार को टेनेसी के नैशविल में बाइडेन के साथ अंतिम बहस के दौरान ट्रंप ने कहा था कि चीन को देखें, वह कितना गंदा है। रूस को देखें। भारत को देखें। वहां हवा बहुत गंदी है।
बाइडेन ने साधा था ट्रंप पर निशाना
अंतिम प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान ट्रंप को भारत की हवा को जहरीला बताने पर जो बाइडेन ने पलटवार किया था। जो बाइडेन ने कहा कि वह और उनकी पार्टी की उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस, अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी का बेहद सम्मान करते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को गंदा देश बताया है। इस तरह से अपने मित्रों के बारे में बात नहीं की जाती है और इस तरह से जलवायु परिवर्तन जैसै वैश्विक चुनौतियों का सामना भी नहीं किया जाता है।