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दुनिया की पहली Bitcoin City बनाने जा रहा ये देश, बिटकॉइन बॉन्ड से होगी फंडिंग
Renuka Sahu
22 Nov 2021 1:54 AM GMT
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फाइल फोटो
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है. इसे हम आम भाषा में इंटरनेट करेंसी भी कहते हैं. इसे हम अपने घर या वॉलेट में स्टोर करके नहीं रख सकते.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिटकॉइन (What is Bitcoin Currency) एक डिजिटल करेंसी है. इसे हम आम भाषा में इंटरनेट करेंसी भी कहते हैं. इसे हम अपने घर या वॉलेट में स्टोर करके नहीं रख सकते. बिटकॉइन को आप सिर्फ ऑनलाइन ही इस्तेमाल कर सकते हैं. बिटकॉइन एक विकेंद्रीकरण की तरह है. मतलब इसे कंट्रोल करने के लिए कोई अथॉरिटी, बैंक या सरकार नहीं है. ये Peer to Peer Network Base पर काम करता है. इस तरह ये एक ग्लोबल करेंसी बन गया है.
एल सल्वाडोर डिजिटल करेंसी बिटकॉइन (What is Bitcoin Currency) को लीगल टेंडर के रूप में अपनाने वाला पहला देश है. अब ये देश दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी (World First Bitcoin City) बनाने की तैयारी कर रहा है. शनिवार को इस बारे में एल सल्वाडोर (El-Salvador) के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने आधिकारिक घोषणा की. राष्ट्रपति ने कहा कि देश की बिटकॉइन सिटी को शुरू में बिटकॉइन बॉन्ड से फंडिंग होगी. बुकेले ने उम्मीद जताई कि यह योजना देश की क्रिप्टोकरेंसी पर दांव को दोगुना कर देगा.
एल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने कहा, "हम 2022 में वित्त पोषण शुरू करेंगे. ये बॉन्ड 2022 में उपलब्ध होंगे." नायब बुकेले ने कहा कि बिटकॉइन के लिए नियोजित शहर को एक ज्वालामुखी से आपूर्ति होगी और वैल्यू एडेड टैक्स को छोड़कर कोई कर नहीं लगाया जाएगा.
इसी कार्यक्रम में टेक्नोलॉजी प्रदाता ब्लॉकस्ट्रीम के मुख्य रणनीति अधिकारी सैमसन मो ने कहा कि नियोजित शहर के लिए धन जुटाने के लिए एल सल्वाडोर बिटकॉइन द्वारा समर्थित 1 अरब डॉलर का बॉण्ड जारी करेगा.
इसी साल सितंबर में एल सल्वाडोर बिटकॉइन को अपनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था. 7 सितम्बर को एल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में मान्यता दी थी. एल सल्वाडोर के बिटकॉइन को अपनाने के बाद कई अन्य देशों ने भी डिजिटल करेंसी की तरफ सकारात्मक रुख अपनाया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पैराग्वे, अर्जेंटीना, ब्राजील और पनामा भी क्रिप्टोकरेंसी को कानून के दायरे में लाकर इसमें व्यापार को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
यूरोपीय देश यूक्रेन ने बिटकॉइन को कानूनी जामा पहनाने और इसे नियामक के दायरे में लाने के लिए एक बिल पास किया है. यह बिल एक साल पहले ड्राफ्ट किया गया था और इसे देश के 282 सांसदों में से 276 का सपोर्ट मिला है.
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है. इसे हम आम भाषा में इंटरनेट करेंसी भी कहते हैं. इसे हम अपने घर या वॉलेट में स्टोर करके नहीं रख सकते. बिटकॉइन को आप सिर्फ ऑनलाइन ही इस्तेमाल कर सकते हैं. बिटकॉइन एक विकेंद्रीकरण की तरह है. मतलब इसे कंट्रोल करने के लिए कोई अथॉरिटी, बैंक या सरकार नहीं है. ये Peer to Peer Network Base पर काम करता है. इस तरह ये एक ग्लोबल करेंसी बन गया है.
Renuka Sahu
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