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जुड़वा बहन ने जन्म के वक्त तोड़ा दम
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, जुलाई 2020 में यूएस स्थित अलबामा में एक ऐसे बच्चे ने जन्म लिया, जोकि दुनिया का सबसे प्रीमेच्योर बेबी है. मां मिशेल बटलर को डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि वह जुड़वा बच्चों की मां बनने वाली हैं. 4 जुलाई 2020 तक गर्भावस्था अच्छी तरह से आगे बढ़ रही थी, लेकिन उसी वक्त उन्हें आपातकालीन सर्जरी के लिए अस्पताल ले जाया गया.
दुनिया का सबसे प्री-मेच्योर बेबी बना यह बच्चा
बेस्ट ट्रीटमेंट देने के लिए मिशेल को उसके लोकल अस्पताल से बर्मिंघम (यूएबी) के अलबामा यूनिवर्सिटी में ट्रांसफर करना पड़ा. 5 जुलाई को दोपहर करीब एक बजे मिशेल ने 2 बच्चों को जन्म दिया; एक लड़का और एक लड़की. बेबी बॉय कर्टिस जी कीथ (Curtis Zy-Keith) जो अब जीवित रहने वाला दुनिया का सबसे प्री-मेच्योर बच्चे का रिकॉर्ड रखता है, उसकी एक बहन थी जो उसके साथ पैदा हुई थी, लेकिन प्री-मेच्योर में कॉम्पीकेशन की वजह से नहीं बच सकी.
जुड़वा बहन ने जन्म के वक्त तोड़ा दम
बच्ची; जिसका नाम C'Asya रखा गया था, वो जन्म के दौरान अविकसित थी. इलाज के दौरान वह अपने भाई की तरह रिस्पॉन्स नहीं दे पा रही थी, जिसकी वजह से जन्म के एक दिन बाद ही बच्ची का निधन हो गया. 21 सप्ताह 1 दिन में पैदा हुए कर्टिस की डिलिवरी डेट 11 नवंबर थी, लेकिन कॉम्प्लीकेशन के कारण, लगभग 19 सप्ताह पहले ही डिलीवरी हो गई. जन्म के समय कर्टिस का वजन केवल 420 ग्राम था. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से बात करते हुए मिशेल ने कहा, 'मेडिकल स्टाफ ने मुझे बताया कि वे आम तौर पर अस्पताल में उस उम्र के बच्चे नहीं रखते. यह बहुत तनावपूर्ण था.'
बहुत कम होती है प्री-मेच्योर बच्चों के जीवित रहने की संभावना
चूंकि प्री-मेच्योर बच्चों के जीवित रहने की संभावना बहुत कम होती है. जुड़वा बच्चों में से एक पहले ही समय से पहले जन्म की जटिलताओं के कारण दम तोड़ चुकी थी. यह सभी के लिए आश्चर्य की बात है जब कर्टिस ने इलाज के लिए असाधारण रूप से अच्छी प्रतिक्रिया दी और जैसे-जैसे दिन और सप्ताह बीतते गए, वह बढ़ता गया और शरीर से मजबूत होता गया.
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