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कोरोना के बाद कहर ढाएंगी ये 16 बीमारियां, आंखों से खून बहने वाला होगा बुखार

Apurva Srivastav
23 March 2021 1:31 PM GMT
कोरोना के बाद कहर ढाएंगी ये 16 बीमारियां, आंखों से खून बहने वाला होगा  बुखार
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एक साल से पूरी दुनिया कोरोना वायरस से बेहाल है. चीन से शुरू हुआ ये वायरस देखते ही देखते तमाम देशों को अपनी चपेट में ले लिया. 27 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

एक साल से पूरी दुनिया कोरोना वायरस से बेहाल है. चीन से शुरू हुआ ये वायरस देखते ही देखते तमाम देशों को अपनी चपेट में ले लिया. 27 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 12 करोड़ से ज्यादा इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. मगर अब एक डराने वाली नई रिपोर्ट सामने आई थी. इस रिपोर्ट में 16 ऐसी बीमारियां बताई गई हैं, जो कोरोना वायरस के बाद कहर बरपा सकती हैं.

माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स (Bill Gates) के ग्रुप ने इस बारे में चेतावनी जारी की है. CEPI नाम के ग्रुप की फंडिंग बिल गेट्स करते हैं. इस ग्रुप ने दुनिया को चेतावनी दी है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए तो इन खतरनाक बीमारियों से होने वाली तबाही को रोकना नामुमकिन हो जाएगा. ये बीमारी महामारी बनने से महज चंद कदम ही दूर हैं.

16 बीमारियां दरवाजे पर, 27 इंतजार में
CEPI ने अपनी रिपोर्ट में 16 ऐसी बीमारियों का जिक्र किया है, जो तेजी से उभर रही हैं. इसके अलावा 27 ऐसी बीमारियां भी हैं, जिनमें महामारी बनने की क्षमता है. इस रिपोर्ट में कोरोनावायरस के अन्य स्वरूप जैसे SARS और MERS के उभरते खतरे को भी बताया है. रिपोर्ट के अनुसार फिर से फैल रहा कोरोना वायरस अगर SARS और MERS से मिल जाए तो बहुत ही घातक परिणाम होंगे. ऐसा होने से पूरी मानव जाति के लिए खतरा पैदा हो सकता है. इस डराने वाली रिपोर्ट में HIV और Ebola जैसी बीमारियों के फिर से वापसी करने की भी आशंका जताई गई है.

16 लाख वायरस में से महज एक था कोरोना वायरस
'द सन' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 तो महज एक ही बीमारी थी. इन वायरस के परिवारों से 16 लाख वायरस का तो अभी पता लगना बाकी है. माना जा रहा है कि ये वायरस पशुओं और पक्षियों में मौजूद हैं. इनमें से कोई भी अगला कोरोना वायरस बनकर उभर सकता है.
Cryptosporidiosis: बहरा बनाने वाली घातक बीमारी
Cryptosporidiosis डायरिया का ही एक स्वरूप है, जो ऐसे सूक्ष्म परजीवी से फैलता है, जो इंसानों और पशुओं की आंतों में जीवित रह सकते हैं. ये लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं. स्वीमिंग पूल, हॉट टब, जकूजी आदि में ये भी मिल सकते हैं. बच्चों में यह बीमारी खासतौर से घातक है. अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो मौत हो सकती है. कई मामलों में चेहरे पर सूजन, मुंह-नाक-गुप्तांगों से खून आना या दौरे पड़ने के मामले भी सामने आए हैं. 25 फीसदी लोग इस बीमारी के बाद सुनने की क्षमता खो बैठते हैं.

चूहों से फैलने वाली बीमारी
चूहों से कई जूनोटिक रोग इंसानों में फैल सकते हैं. व्हाइट वाटर आरोयो से कैलिफोर्निया में तीन महिलाओं की मौत हो गई. यह जंगलों में रहने वाले चूहों से होती है. इसमें लीवर तक फेल हो सकता है. लासा बुखार अफ्रीका में कई हिस्सों में फैल चुका है. नाइजीरिया में इससे 144 लोगों की मौत हो गई थी. चूहों से ही फैलने वाली बीमारी हंतावायरस का पता 1993 में चला था. इसमें 36 फीसदी मरीजों की मौत निश्चित है. इसी तरह हेपेटाइटिस सी है, जिसने 2016 में 4 लाख लोगों की जान ली थी. हेपेटाइटिस ए और बी की तो वैक्सीन है, लेकिन हेपेटाइटिस सी की नहीं. मैड काउ, एचआईवी, बर्ड फ्लू और इबोला के भी खतरे बढ़ रहे हैं.


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