ग्रेट ब्रिटेन ने महिलाओं को 2021 की शुरुआत में एक नया तोहफा दे दिया है. महिलाओं के पीरियड्स संबंधी उत्पादों पर लगने वाले टैक्स को पूरी तरह से खत्म कर दिया है. ब्रिटेन में कई सालों से टैम्पोन टैक्स लिया जाता था, जिसे खत्म कर दिया गया है. सरकार ने कहा है कि 1 जनवरी से महिलाओं द्वारा पीरियड्स के समय इस्तेमाल में लाए जाने वाले सैनेटरी उत्पादों पर वैट नहीं लगेगा. इन उत्पादों पर करीब 5 फीसदी टैक्स लगता था.
सरकार के इस कदम से महिलाओं को स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों में मुफ्त सैनेटरी उत्पादों का वितरण किया जाएगा. सैनेटरी उत्पादों पर वैट को खत्म करने से यूरोपीय संघ के कानून से मुक्ति मिलेगी. टैम्पोन टैक्स को समाप्त करना, सैनिटरी उत्पादों को सस्ता करना और सभी महिलाओं के लिए उपलब्ध कराना सरकार की व्यापक रणनीति और प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
ब्रिटेन की ट्रेजरी के अनुमान के अनुसार, इस कदम से एक औसत महिला को उनके जीवनकाल में लगभग तीन लाख की बचत होगी. अभी कनाडा, भारत, ऑस्ट्रेलिया, केन्या और कुछ अमेरिकी राज्यों में सैनिटरी उत्पादों पर टैक्स नहीं लगाया जाता है. इसके अतिरिक्त जर्मनी ने भी स्त्री स्वच्छता उत्पादों पर टैक्स को कम किया है. चांसलर ऋषि सुनक ने टैम्पोन टैक्स समाप्त करने के वादे को पूरा करने पर कहा कि सैनिटरी उत्पाद अनिवार्य हैं और उसके लिए जरूरी है कि हम वैट की वसूली न करें. मार्च 2020 के बजट में एक जनवरी 2021 से टैम्पोन कर को समाप्त किया जाना तय किया गया था. ब्रिटेन अब यूरोपीय संघ के वैट निर्देश को मानने के लिए बाध्य नहीं है, जिसमें सभी सैनिटरी उत्पादों पर न्यूनतम पांच फीसदी टैक्स जरूरी है.