विश्व

श्रीलंका सरकार ने चार हजार सिंहली महिलाओं की नसबंदी के आरोपी मुस्लिम डॉक्टर को किया बहाल, बकाया सैलरी भी दिया जाएगा

Renuka Sahu
17 Dec 2021 2:15 AM GMT
श्रीलंका सरकार ने चार हजार सिंहली महिलाओं की नसबंदी के आरोपी मुस्लिम डॉक्टर को किया बहाल, बकाया सैलरी भी दिया जाएगा
x

फाइल फोटो 

श्रीलंका की सरकार ने गुरुवार को उस मुस्लिम डॉक्टर को बहाल कर दिया, जिसे सिंहली बौद्ध समुदाय की 4,000 से अधिक महिलाओं की अवैध नसबंदी करने के आरोप में अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया था.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। श्रीलंका की सरकार ने गुरुवार को उस मुस्लिम डॉक्टर को बहाल कर दिया, जिसे सिंहली बौद्ध समुदाय की 4,000 से अधिक महिलाओं की अवैध नसबंदी करने के आरोप में अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में यह भी ऐलान किया है कि डॉ शफी शिहाबदीन को अनिवार्य छुट्टी पर भेजे जाने की अवधि के दौरान का बकाया वेतन भी दिया जाएगा.

कुरुनेगला सरकारी अस्पताल के डॉक्टर शिहाबदीन को मई 2019 में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें बाद में इस आरोप में सेवा से निलंबित कर दिया गया था कि उन्होंने 'सिजेरियन डिलीवरी' करने के बाद बहुसंख्यक सिंहली बौद्ध समुदाय की चार हजार से अधिक महिलाओं की नसबंदी की थी. उनका मकसद सिंहली जाति को खत्म करना था.
डॉक्टर (42) पर जिहादी समूह का सदस्य होने का भी आरोप लगाया गया था, जिसने 2019 में ईस्टर रविवार को हमलों को अंजाम दिया था, जिसमें 11 भारतीयों सहित 270 लोग मारे गए थे. शिहाबदीन ने आरोपों से इनकार किया था और बाद में उन्हें जुलाई 2019 में जमानत मिल गई थी. पुलिस जांच में आरोप साबित नहीं हुए. अदालत में सुनवाई के दौरान क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) के अधिकारियों ने कहा था कि डॉक्टर के खिलाफ आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं.
पिछले साल जनवरी में शिहाबदीन ने लोक सेवा आयोग की स्वास्थ्य सेवा समिति से अनुरोध किया था कि उन्हें बहाल किया जाए. उन्होंने मौलिक अधिकार से संबंधित एक याचिका भी दायर की थी जिसमें उन्होंने गिरफ्तारी और हिरासत को गैरकानूनी घोषित करने का आदेश देने की मांग की थी. शिहाबदीन ने 2015 में सत्तारूढ़ यूनाटिड नेशनल पार्टी (यूपीएन) के टिकट पर संसदीय चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
Next Story