x
दुनिया कोरोना वायरस के चलते त्राहि-त्राहि कर रही है और हर दिन इस वायरस से लोग जान गंवा रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेसक| दुनिया कोरोना वायरस के चलते त्राहि-त्राहि कर रही है और हर दिन इस वायरस से लोग जान गंवा रहे हैं। इधर, इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे वैज्ञानिकों के लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि लोगों की उम्मीदें इन्हीं पर टिकी हैं। इस बीच अमेरिका के लोगों के लिए राहत की खबर आती दिख रही है। दरअसल, अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव एलेक्स अजार ने कहा है कि पहले दो कोविड-19 टीके क्रिसमस (25 दिसंबर) से पहले उपलब्ध हो सकते हैं। Pfizer Inc और Moderna के कोविड -19 टीके आने वाले दिनों में सबसे अधिक संभावित आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्राप्त करेंगे। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित अमेरिका में अब तक करीब 1.34 करोड़ लोग संक्रमित हुए हैं और 2,66,873 मरीजों की मौत हुई है। बता दें कि
फाइजर इंक और मॉडर्ना की ट्रायल सफलताओं ने उम्मीद मिली है कि जल्द ही एक कोविद -19 वैक्सीन आने वाली है। वैक्सीन की प्रभावकारिता अलग-अलग उम्र और नस्लों के अनुरूप पाई गई।
भारत में कोरोना की वैक्सीन की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से सोमवार को जब वैक्सीन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आने वाले 3-4 महीनों के अंदर इस बात की पूरी संभावना है कि हमारे पास वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी और लोगों को लगाना भी शुरू कर देंगे। उन्होंने आगे कहा, ''जुलाई-अगस्त तक, हमारी योजना 25-30 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने की है और इसी अनुसार हम लोग काम भी कर रहे हैं।'' वहीं, हर्षवर्धन ने लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने की अपील की। हालांकि, उन्होंने यह बात कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कही। हर्षवर्धन ने कहा, ''मैं सभी से निवदेन करता हूं कि वे कोरोना वायरस को लेकर जारी नियमों जैसे- मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चिंता की बात यह है कि नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या में कमी आने से रिकवरी दर में आंशिक गिरावट दर्ज की गई और यह 93.61 फीसदी रह गई है। देश में सक्रिय मामलों की दर 4.90 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर भी महज 1.46 फीसदी पर बनी हुई है। कोरोना संक्रमण के मामले में भारत दुनियाभर में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में संक्रमितों की कुल संख्या करीब 1.28 करोड हो गई है। भारत हालांकि अमेरिका से अभी भी 38.86 लाख मामले पीछे चल रहा है।
Next Story