x
ईसाइयों के शीर्ष धर्मगुरु पोप फ्रांसिस अमेरिकी संसद पर हुए हमले से बेहद चिंतित हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ईसाइयों के शीर्ष धर्मगुरु पोप फ्रांसिस अमेरिकी संसद पर हुए हमले से बेहद चिंतित हैं। उन्होंने अमेरिकी नागरिकों से हिंसा से बचने और मेल-मिलाप की राह तलाशने की अपील की है। इसके साथ ही पोप ने कहा कि अमेरिकी लोगों को लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए एकजुट होना चाहिए।
पोप ने रविवार की प्रार्थना में कहा, 'मैं यह दोहराता हूं कि हिंसा खुद में विनाशकारी है। हिंसा से कुछ नहीं मिलता। इससे बहुत नुकसान होता है।'
उन्होंने कहा, 'मैं इस देश के अधिकारियों और पूरी आबादी से यह अपील करता हूं कि वे शांति के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। राष्ट्रीय मेल-जोल को बढ़ावा दें और उन लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करें, जिनकी जड़ें अमेरिकी समाज में गहराई तक हैं।' पोप ने अमेरिकी संसद पर ट्रंप समर्थकों के हमले की घटना को एक दिन पहले स्तब्धकारी बताया था।
Next Story