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PLA ने खाली कर द‍िया LAC का हॉट स्प्रिंग एरिया, नहीं हो रहा लोगों को यकीन, चीन का दावा

Renuka Sahu
16 March 2022 4:05 AM GMT
PLA ने खाली कर द‍िया LAC का हॉट स्प्रिंग एरिया, नहीं हो रहा लोगों को यकीन, चीन का दावा
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फाइल फोटो 

भारत के पड़ोसी देश चीन ने पहली बार यह कहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के हॉट स्प्रिंग इलाके को खाली कर द‍िया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत के पड़ोसी देश चीन (China) ने पहली बार यह कहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के हॉट स्प्रिंग इलाके को खाली कर द‍िया है. चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि चीन पूर्वी लद्दाख में जितनी जल्दी हो सके, गतिरोध के एक स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है. हालांकि, इस मामले से परिचित लोगों ने कहा कि चीन इस मामले में झूठ बोल रहा है. चीन ने दावा किया कि गलवान घाटी, पैंगोंग झील और हॉट स्प्रिंग में सेना का डिसइंगेजमेंट हुआ है.

पिछले दो सालों में कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य वार्ता के बावजूद दोनों देश लगभग 22 महीने के गतिरोध को समाप्त करने में असमर्थ रहे हैं. भारत ने केवल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तट पर और गोगरा इलाके में सेनाओं के डिसइंगेजमेंट को स्वीकार किया है. 11 मार्च को सैन्य कमांडरों के बीच 15वें दौर की वार्ता हुई थी. इस मीटिंग के बाद दोनों देशों की तरफ से एक संयुक्‍त बयान जारी किया गया. इसमें कहा गया कि 'दोनों देश इस समाधान पर पहुंचे हैं कि गलवान घाटी, पैंगोंग लेक और हॉट स्प्रिंग को खाली किया जाएगा. ग्राउंड पर स्थिति शांत और नियंत्रण में हैं. दोनों पक्ष जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं.'
आख‍िरी बार गोगरा में हुआ था दोनों देशों के बीच डिसइंगेजमेंट
ह‍िन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स की र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, आखिरी बार 4 और 5 अगस्त को डिसइंगेजमेंट गोगरा पैट्रोलिंग पॉइंट 17A पर हुआ था. 12वें चरण की बातचीत के बाद ये इलाका खाली किया गया था. गोगरा में दोनों तरफ की सेनाएं पीछे हट गई थीं. यह 31 जुलाई 2021 को 12वें दौर की सैन्य वार्ता के दौरान हुए समझौते के अनुरूप था. दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी अस्थायी ढांचे और संबद्ध बुनियादी ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया और पारस्परिक रूप से सत्यापित किया गया.
दोनों देशों ने जारी किया था संयुक्‍त बयान
लोगों ने हाल में हुई सैन्य वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान का भी हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि दोनों पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ प्रासंगिक मुद्दों के समाधान के लिए अपनी चर्चा को आगे बढ़ाया है. संयुक्त बयान में आगे कहा गया है कि दोनों पक्ष शेष मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए थे.
अब तक चीन ने केवल आधिकारिक तौर पर फरवरी 2021 में पैंगोंग झील क्षेत्र से और एक साल पहले गलवान घाटी से सैनिकों की वापसी को स्वीकार किया है. अगस्त 2021 में जब भारत ने गोगरा में सैनिकों को हटाने की घोषणा की तो चीनी सरकार और पीएलए चुप रहे. बीजिंग की चुप्पी ने जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े कर दिए थे. यह भी स्पष्ट नहीं है कि चीन ने अब क्यों दावा किया है कि हॉट स्प्रिंग एरिया में डिसइंगेजमेंट पूरा हो गया है.
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