विश्व
फाइजर ने कोरोना वैक्सीन को पहुंचाने के लिए चलाई चार्टर्ड फ्लाइट्स, यूनाइटेड एयरलाइंस ने की इसकी शुरुआत
Nilmani Pal
28 Nov 2020 1:06 PM GMT
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वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सूत्रों के हवाले ये यह जानकारी दी,कि फाइजर वैक्सीन के पहले बैच को मिशिगन और विसकॉन्सिन के गोदामों में स्टोर करेगी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका में फाइजर अपनी कोरोना वैक्सीन दुनियाभर में पहुंचाने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट्स चला रही है। यूनाइटेड एयरलाइंस ने शुक्रवार से इन उड़ानों की शुरुआत की। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सूत्रों के हवाले ये यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, फाइजर वैक्सीन के पहले बैच को मिशिगन और विसकॉन्सिन के गोदामों में स्टोर करेगी। वहीं, बेल्जियम और जर्मनी में भी इसे स्टोर किया जाएगा।
अगर वैक्सीन को सरकारी मंजूरी मिलती है, तो उसे तेजी से दुनिया के हर हिस्से तक पहुंचाने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट्स जरूरी हैं। फाइजर ने अमेरिका में वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए भी एप्लाई कर दिया है।
दुनिया में 6.19 करोड़ से ज्यादा कोरोना केस
अमेरिका के अस्पतालों पर बेतहाशा बोझ बढ़ रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक, सिर्फ एक महीने में यहां अस्पतालों में भर्ती संक्रमितों का आंकड़ा दोगुना हो गया। कुछ दिन पहले संक्रमण पर काबू पाने में कामयाब रहे जर्मनी में मामले 10 लाख हो गए हैं। इधर, दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 6.19 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 27 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 14 लाख 48 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
अमेरिकी अस्पतालों में 90 हजार संक्रमित
अमेरिका में हालात सुधरते नहीं दिखाई देते। यहां के अस्पतालों में इस वक्त 90 हजार से कुछ ज्यादा संक्रमित भर्ती हैं। 'द गार्डियन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक महीने में संक्रमितों की संख्या करीब दोगुनी हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह रफ्तार महामारी शुरू होने के बाद सबसे ज्यादा है। कुछ अस्पतालों में तो मेक शिफ्ट वॉर्ड बनाए गए हैं, क्योंकि यहां मरीजों की संख्या ज्यादा हो गई है। लास एंजिलिस में बढ़ते संक्रमण से परेशान लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ काउंटीज में लॉकडाउन लगा दिया है। कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया।
ट्रैवल से टेस्टिंग मुश्किल
क्रिसमस करीब है और संक्रमण काबू में आता नहीं दिखता। अमेरिका में फेस्टिव सीजन के चलते लोग काफी यात्रा कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इससे टेस्टिंग मुश्किल हो रही है। थैंक्सगिविंग हॉलीडेज में टेस्टिंग कम हो गई। इसकी वजह से संक्रमितों का पता कम लग रहा है। जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर लीना वेन ने कहा- अगर हम टेस्टिंग से बचेंगे तो खतरा बढ़ता जाएगा।
जर्मनी में 10 लाख केस
यूरोप के दूसरे देशों की तरह जर्मनी में भी संक्रमण की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है। शुक्रवार को यहां संक्रमितों का आंकड़ा 10 लाख के पार हो गया। पिछले दिनों जर्मनी ने काफी हद तक संक्रमण पर काबू पाया था। लेकिन, अब यहां मामले बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को यहां 22 हजार नए मामले सामने आए। जर्मनी सरकार ने देश लॉकडाउन लगाया, लेकिन फ्रांस की तरह इसके नतीजे पॉजिटिव नहीं रहे। फ्रांस में पिछले हफ्ते तक हर दिन करीब 50 हजार मामले सामने आ रहे थे। अब यह संख्या औसतन 12 हजार हो गई है।
इटली में ढील
इटली सरकार ने देश के पांच क्षेत्रों में ढील देने का फैसला किया है। इनमें लोम्बार्डी भी शामिल है। यह शहर पहली लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा था। हेल्थ मिनिस्ट्री ने संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों को तीन जोन में बांटा है। इटली में शुक्रवार को 827 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही 28 हजार से ज्यादा नए संक्रमित सामने आए। हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- पिछले हफ्ते की तुलना में हॉस्पिटल्स में भर्ती मरीजों और खासतौर में आईसीयू में मरीजों की संख्या कम हुई है।
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