विश्व

अमेरिका में ओमिक्रोन के जनवरी से मार्च के बीच 14 करोड़ मामलों का अुनमान, लेकिन लक्ष्ण गंभीर नहीं होंगे

Renuka Sahu
24 Dec 2021 3:32 AM GMT
अमेरिका में ओमिक्रोन के जनवरी से मार्च के बीच 14 करोड़ मामलों का अुनमान, लेकिन लक्ष्ण गंभीर नहीं होंगे
x

फाइल फोटो 

अमेरिका में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन इस समय काफी प्रभावी होता जा रहा है. ए

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) इस समय काफी प्रभावी होता जा रहा है. एक अनुमान के अनुसार जनवरी से मार्च के बीच इसकी वजह से 14 करोड़ लोग संक्रमित होंगे लेकिन उनके लक्ष्ण गंभीर नहीं होंगे. इस समय अमेरिका में ओमिक्रोन के 73 फीसदी से अधिक केस देखने को मिल रहे हैं.

वॉशिगटन यूनिवर्सिटी के हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवेल्युएशन इंस्टीट्यूट के नए मॉडल के अनुसार, जनवरी से मार्च के बीच संक्रमणों में इजाफा होगा लेकिन लोगों में अधिक गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिलेंगे और डेल्टा वेरिएंट की तुलना में बहुत कम लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ेगी. लोगों की मौत का आंकड़ा भी कम होगा.
इसके अध्यक्ष डॉ क्रिस र्मुे ने बताया कि हम संक्रमण दर में इजाफा होने का अनुमान लगा रहे हैं. जॉन हापकिंस के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल जनवरी में कोरोना की पीक आई थी और उस समय प्रतिदिन 250,000 से अधिक मामले देखे गए थे. इस महामारी के शुरू होने के बाद से अब तक देश में कोरोना के पांच करोड़ से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
दुनिया में तीन अरब केस आने का अनुमान
इसमें कहा गया है कि दुनिया में अगले दो महीनों में तीन अरब संक्रमण सामने आ सकते हैं और कोरोना की पीक मध्य जनवरी में आ सकती है जब प्रतिदिन साढ़े तीन करोड़ से अधिक नए मामलों का अनुमान है. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रोन की वजह से लोगों के संक्रमण-अस्पताल में भर्ती होने की दर 90 से 96 फीसदी कम रहेगी और संक्रमण-मृत्यु दर भी 97 से 99 फीसदी कम रहेगी.
श्री मुर्रे ने कहा कि फ्लू संक्रमण की तुलना में ओमिक्रोन कम घातक रहेगा लेकिन इसकी संक्रमण दर काफी ज्यादा होगी.
Next Story