जनता से रिश्ता वेबडेस्क | नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने रविवार को 501 दोषियों को माफ किया है। इन दोषियों में थारुहाट नेता और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के प्रमुख रेशम चौधरी भी शामिल हैं। वे आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। राष्ट्रपति कार्यालय ने इस बारे में जानकारी दी है।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह मंत्रिपरिषद की एक बैठक में इन कैदियों के लिए राष्ट्रपति से क्षमादान की सिफारिश करने का फैसला किया गया था। इन 501 कैदियों में 19 राजनैतिक कैदी भी शामिल हैं।
मंत्रिपरिषद की सिफारिश पर शेष जेल की शर्तों से छूट प्राप्त अन्य 482 कैदियों में से अधिकांश आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे थे। सरकार 29 मई को गणतंत्र दिवस के मौके पर इन कैदियों को रिहा करेगी।
इन कैदियों को माफ करने के फैसले का नेपाल के पूर्व नौकरशाहों और नेताओं ने विरोध किया है। पूर्व सचिव शंकर प्रसाद कोइराला ने कहा है यह राजनीति के अपराधीकरण को बढ़ावा देगा। यह कानून के शासन के लिए भी एक गंभीर खतरा पैदा करेगा।
बता दें कि रेशम चौधरी 2015 में कैलाली जिले के टिकापुर इलाके में थरुहाट आंदोलन से जुड़े एक दंगे के दौरान आठ पुलिसकर्मियों सहित नौ लोगों की बेरहमी से हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। टीकापुर कांड में आरोपी होने के बाद भी 2017 का चुनाव जीतने वाले चौधरी को रिहा करने के लिए कई सरकारों द्वारा कई प्रयास किए गए हैं। पिछले दिसंबर में सरकार चौधरी को रिहा करने के लिए एक अध्यादेश भी लाई थी, लेकिन बाद में इस विचार को छोड़ने का फैसला किया गया था।