विश्व
म्यांमार की सैनिक सरकार विश्वविद्यालयों को बनाने लगी निशाना, प्रेस पर बढ़ाया अंकुश
Apurva Srivastav
11 May 2021 5:23 PM GMT
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म्यांमार के सैनिक शासन ने लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने के लिए अब शिक्षकों और छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
म्यांमार के सैनिक शासन ने लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने के लिए अब शिक्षकों और छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। म्यांमार में सैनिक शासन का विरोध कर रहे विश्वविद्यालय के 11000 से ज्यादा शैक्षणिक एवं अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। ये शिक्षक एवं कर्मचारी सैनिक शासन के विरोध में हड़ताल पर चले गए हैं। देश में प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में है।
तीन वरिष्ठ पत्रकार थाइलैंड में गिरफ्तार
म्यांमार के तीन वरिष्ठ पत्रकार उत्तरी थाइलैंड में गिरफ्तार किए गए हैं। सैनिक सरकार ने उनकी न्यूज एजेंसी को संचालन रोकने का आदेश दिया था। कोरोना वायरस महामारी के कारण एक वर्ष तक बंद रहने के बाद विश्वविद्यालयों के खुलते ही निलंबन की कार्रवाई की गई है।
छात्रों और कर्मचारियों ने एक फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के विरोध में बहिष्कार का आह्वान किया था।विश्वविद्यालय की 37 वर्षीया लेक्चरर ने अपना नाम जाहिर नहीं करते हुए कहा, 'एक ऐसी नौकरी जिससे मुझे बहुत लगाव था, उसके जाने से बहुत परेशानी अनुभव कर रही हूं, लेकिन गर्व है कि अन्याय के खिलाफ खड़ी हूं।' थाइलैंड में गिरफ्तार तीनों पत्रकार डेमोक्रेटिक वायस आफ बर्मा के लिए काम करते थे। रविवार को पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया। तीनों पर गैरकानूनी रूप से थाइलैंड में प्रवेश करने का आरोप लगाया गया है।
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