x
परमाणु समझौते को लेकर नफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) ने कहा कि विश्व शक्तियों के लिए जागने और यह समझने के लिए आखिरी मौका है कि वे किसके (ईरान) साथ सौदा कर रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) ने अमेरिका (America) और इसके सहयोगियों को ईरान (Iran) से पैदा होने वाले खतरे को देखते हुए जागने के लिए कहा है. दरअसल, बेनेट का ये बयान इसलिए आया है, क्योंकि वियना में ईरान के साथ परमाणु समझौते (Nuclear Deal) को लेकर फिर से बातचीत चल रही है. बेनेट ने कहा, ईरान का 'क्रूर जल्लादों' का शासन परमाणु हथियार (Nuclear Weapons) चाहता है. हालांकि, तेहरान (Tehran) इस तरह के आरोपों को खारिज करता रहा है.
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नियंत्रित करने के उद्देश्य से 2015 में किए गए ऐतिहासिक परमाणु समझौते को दोबारा लागू करवाने को लेकर रविवार को ईरान और दुनिया के पांच शक्तिशाली देशों के राजनयिकों के बीच बातचीत हुई. लेकिन इजरायल शुरू से ही इस समझौते का विरोध किया है. ईरान में इब्राहिम रायसी (Ebrahim Raisi) के तौर पर एक नया राष्ट्रपति चुना गया है. रायसी की पहचान उनके कट्टरपंथी विचारों के लिए होती है. इब्राहिम रायसी पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हुए हैं और उन पर राजनीतिक कैदियों से बदला लेने का आरोप लगता रहा है
समझौते का उल्लंघन कर रहा है ईरान
परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले छह मुल्क इस समझौते को फिर से पुनर्जीवित करने के लिए अप्रैल से ही चर्चा कर रहे हैं. हस्ताक्षरकर्ताओं में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, रूस, रूस और जर्मनी शामिल हैं. समझौते के तहत ईरान को प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपनी परमाणु गतिविधियों को कम करना होगा. हालांकि, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा अपने देश को एकतरफा रूप से इस समझौते से बाहर करने के बाद से ही ईरान लगातार समझौते का उल्लंघन कर रहा है.
इजरायल परमाणु समझौते का विरोध क्यों कर रहा है?
ईरान और इजरायल लंबे समय से चल रहे 'छाया युद्ध' में रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों ने जैसे को तैसे वाली कार्रवाई में भाग लिया है. लेकिन दोनों पक्षों ने अभी तक चौतरफा संघर्ष से परहेज किया है. ईरान के सुप्रीम लीडर आयातोल्लाह खामनेई (Ayatollah Khamenei) ने लगातार कहा है कि वह इजरायल का पूरी तरह से खात्मा चाहते हैं. 2018 में उन्होंने कहा था कि इजरायल एक 'कैंसर वाला ट्यूमर' है, जिसे इस क्षेत्र से खत्म करना होगा.
इजरायल ईरान को एक बड़े खतरे के रूप में देखता है और बार-बार जोर देकर कहता है कि तेहरान परमाणु हथियार विकसित करना चाहता है. प्रधानमंत्री बेनेट ने अपने मंत्रिमंडल से कहा कि ये विश्व शक्तियों के लिए जागने और यह समझने के लिए आखिरी मौका है कि वे किसके साथ सौदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्रूर जल्लादों के शासन को कभी भी सामूहिक विनाश के हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
Next Story