विश्व

बढ़ी सख्ती: पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, श्रीलंका में कर्फ्यू के बावजूद बिगड़े हालात

Gulabi Jagat
3 April 2022 2:15 PM GMT
बढ़ी सख्ती: पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, श्रीलंका में कर्फ्यू के बावजूद बिगड़े हालात
x
श्रीलंका में कर्फ्यू के बावजूद बिगड़े हालात
कोलंबो, एजेंसियां। श्रीलंका में गहराए आर्थिक संकट के चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं। सरकार ने बवाल से बचने के लिए देश में 36 घंटे का राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाया था फ‍िर भी प्रदर्शनों पर लगाम नहीं लग पा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका के पश्चिमी प्रांत में रविवार को राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू का उल्लंघन करने की कोशिश करने के आरोप में 600 से ज्‍यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विपक्ष ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग की निंदा की है।
श्रीलंका में मुख्य विपक्षी दल समागी जन बलवेगया के सांसदों ने रविवार को डीपेंडेंस स्क्वायर की ओर मार्च करते हुए नारे लगाए। मार्च की अगुवाई कर रहे साजिथ प्रेमदासा ने कहा कि हम जनता को विरोध के अधिकार से वंचित करने के लिए सार्वजनिक सुरक्षा अध्यादेश के दुरुपयोग का विरोध कर रहे हैं। पश्चिमी प्रांत में रविवार को कुल 664 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक एक संघीय सांसद ने बताया कि पुलिस ने रविवार को मध्य श्रीलंका में सैकड़ों प्रदर्शनकारी छात्रों पर आंसू गैस के गोले दागे।
मालूम हो कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने शुक्रवार देर रात एक गजट अधिसूचना जारी करके देश में एक अप्रैल से आपातकाल लागू कर दिया है। यही नहीं सरकार ने शनिवार शाम छह बजे से चार अप्रैल की सुबह छह बजे तक 36 घंटे का कर्फ्यू भी लागू कर दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए रविवार को व्हाट्सऐप, ट्वीटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया मंचों पर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया।
वहीं विपक्षी सांसद हर्षा डी सिल्वा का कहना है कि हर हाल में श्रीलंका में लोकतंत्र की रक्षा की जाएगी। मालूम हो कि आर्थिक संकट में घिरे श्रीलंका में ईंधन की किल्‍लत के चलते घंटों तक बिजली कटौती हो रही है। लोगों को भोजन, जरूरी वस्तुओं, ईंधन और दवाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। भारत ने श्रीलंका को 40 हजार टन डीजल उपलब्ध कराया है। यही नहीं भारतीय उच्चायोग ने श्रीलंका में सैनिक भेजने की खबरों को आधारहीन बताते हुए इस बारे में खंडन जारी किया है।
Next Story