फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वेबसाइटों को ब्लॉक करने से लेकर कंपनियों को यूजर डेटा साझा करने के लिए मजबूर करने तक सरकारें - जिसमें लोकतंत्र भी शामिल हैं "सत्तावादी" ताकतों का सहारा ले रही हैं. थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन के वार्षिक ट्रस्ट सम्मेलन में भाग लेने वाले सदस्यों ने कहा कि चीन और रूस जैसी सरकारें सोशल मीडिया सामग्री को ब्लॉक कर रही हैं, जिसके लिए कंपनियों को डेटा निगरानी से जुड़े दस्तावेज पेश करने होते हैं. उनका कहना है कि पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन चुप कराया जा रहा है. अमेरिका स्थित थिंक टैंक सेंटर फॉर यूरोपियन पॉलिसी एनालिसिस की प्रमुख एलीना पॉलाकोवा ने कहा, "डिजिटल दुनिया तेजी से एक सत्तावादी जगह बनने की ओर बढ़ रही है" पश्चिम से भी खतरा अधिकार समूह एक्सेस नाउ के नीति निदेशक जेवियर पलेरो ने कहा कि खतरे पश्चिमी दुनिया से भी आ रहे हैं. उन्होंने कहा, "बहुत सारी लोकतांत्रिक सरकारें अब एकाधिकारवादी शासन की तरह काम कर रही हैं. यह सिर्फ रूस और चीन तक ही सीमित नहीं" उन्होंने अमेरिका में पुलिस द्वारा चेहरे की पहचान करने वाली तकनीक और अर्जेंटीना में पुलिस निगरानी का उदाहरण दिया