विश्व
फ्रांस अंतरिक्ष ने खतरों से निपटने के लिए शुरू किया पहला सैन्य अभ्यास
Apurva Srivastav
10 March 2021 4:13 PM GMT
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फ्रांस (France) ने इस हफ्ते अंतरिक्ष में अपना पहला सैन्य अभ्यास (Military Exercise) शुरू किया है. इसके पीछे का उद्देश्य अंतरिक्ष कमान की क्षमता का आकलन करना है,
फ्रांस (France) ने इस हफ्ते अंतरिक्ष में अपना पहला सैन्य अभ्यास (Military Exercise) शुरू किया है. इसके पीछे का उद्देश्य अंतरिक्ष कमान की क्षमता का आकलन करना है, ताकि किसी भी हमले की स्थिति में अंतरिक्ष सैटेलाइट्स और अन्य उपकरणों की रक्षा की जा सके. फ्रांस के नए अंतरिक्ष कमान के प्रमुख माइकल फ्रीडलिंग (Michael Fridling) का इसपर कहना है कि अभ्यास का उद्देश्य देश की प्रणालियों पर दवाब झेलने की क्षमता का परीक्षण करना है. उन्होंने कहा कि यह फ्रांस की सेना का पहला अभ्यास है, साथ ही यूरोप में भी इस तरह का पहला अभ्यास है.
इस अभ्यास के दौरान फ्रांस की सेना (French Army) अंतरिक्ष में मौजूद अपने उपकरणों पर किसी अन्य देश से होने वाले संभावित खतरे के बारे में पता लगाएगी. फ्रांस ने इस अभ्यास का नाम अपनी पहली सैटेलाइट एस्टरएक्स के नाम पर रखा है. जिसे 1965 में छोड़ा गया था. अभ्यास की शुरुआत सोमवार को हुई है और यह शुक्रवार तक चलेगा. इसमें अमेरिका की अंतरिक्ष फोर्स और जर्मनी की अंतरिक्ष एजेंसियों ने भी हिस्सा लिया है. इस दौरान 18 अंतरिक्ष मिशन (Space Mission) का टेस्टिंग के रूप में संचालन होगा.
2019 में सीडीई का गठन
फ्रांस की स्पेस फोर्सेज कमांड, कमांडेंट डी एल'ईस्पेस (CdE) का गठन साल 2019 में किया गया था और 2025 तक इसमें 500 कर्मी रखे जाएंगे. वहीं अंतरिक्ष कार्यक्रम में अगले छह साल में पांच बिलियन डॉलर के निवेश की योजना है. जिसका एक अंश अमेरिका और चीन देंगे. मामले में साल 2019 में रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले (Florence Parly) ने कहा था, 'हमारे सहयोगी और विरोधी अंतरिक्ष का सैन्यकरण कर रहे हैं. हमें भी कार्य करने की जरूरत है.' फ्रांस ने एंटी-सैटेलाइट लेजर हथियार विकसित करने की योजना भी बनाई है.
रूस पर लगा था आरोप
इससे पहले साल 2017 में रूस की 'जासूसी सैटेलाइट' ने फ्रांको-इटैलियन सैटेलाइट तक पहुंच बनाने की कोशिश की थी, जिसे पैरिस ने 'जासूसी करना' करार दिया था. रूस की Olymp-K सैटेलाइट के जरिए Athena-Fidus सैटेलाइट का ट्रांसमिशन रोकने की कोशिश की गई थी, ये वो सैटेलाइट है, जिसका इस्तेमाल बेहतर संपर्क के लिए इटली और फ्रांस की सेना करती हैं. बीते साल अमेरिका ने भी रूस पर 'अंतरिक्ष से एंटी-सैटेलाइट हथियार का गैर-विनाशकारी परीक्षण करने' का आरोप लगाया था. इस हफ्ते शुरु हुआ सैन्य अभ्यास फ्रांस सरकार (French Government) की उस रणनीति का हिस्सा है, जिससे वह फ्रांस को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अंतरिक्ष शक्ति बनाना चाहती है.
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