यू्क्रेन में जारी रूसी हमले के बीच फिनलैंड और स्वीडन की ओर से उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की सदस्यता हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाए जाने से 'तटस्थ' या गुटनिरपेक्ष यूरोपीय देशों की सूची सिमटती दिख रही है। यूक्रेन में रूसी हमले को लेकर सुरक्षा चिंताओं ने फिनलैंड और स्वीडन के रूख को बदल दिया, जो लंबे समय से गुटनिरपेक्षता का समर्थन करते आए हैं। इन दोनों देशों ने अन्य तटस्थ देशों को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। फिनलैंड ने रविवार को घोषणा की कि वह नाटो में शामिल होना चाहता है, जबकि स्वीडन भी ऐसा ही प्रस्ताव तैयार कर सकता है, क्योंकि दोनों नॉर्डिक देशों में जनता की राय नाटो सदस्यता के पक्ष में बढ़ गई है। यूरोपीय संघ के सदस्य बाहरी हमले के मामले में एक-दूसरे के बचाव में आने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन प्रतिबद्धता अभी काफी हद तक कागजों तक सीमित है।