जनता से रिश्ता | जापान में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.2 दर्ज की गई है। फिलहाल सुनामी को लेकर किसी तरह का अलर्ट नहीं जारी किया गया है।
आपको बता दें जापान आमतौर पर भूकंप के मामले में संवेदनशील है, भूकंप की किसी भी दस्तक के बाद यहां पर सुनामी का सबसे अधिक खतरा रहता है। जानकार कहते हैं कि खतरा इसलिए भी अधिक होता है कि क्योंकि जापान में बिजली उत्पादन परमाणु संयंत्रों के जरिए होता है और भूकंप की वजह से नुकसान होने की आशंका ज्यादा रहती है।
हालांकि जापान के एटॉमिक प्लांट्स को 9 से अधिक तीव्रता के भूकंप को झेल सकने योग्य बनाया गया है। इससे पहले नेपाल में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे।
कैसे आता है भूकंप?
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं।
जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।