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अफगानिस्तान में नई सरकार के ऐलान के बाद तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा का बयान सामने आया है।
अफगानिस्तान में नई सरकार के ऐलान के बाद तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा का बयान सामने आया है। अखुंदजादा ने नई सरकार से शरिया कानून को बनाए रखने को कहा है। साथ ही अखुंदजादा ने कहा कि नई सरकार जल्द से जल्द काम करना शुरू करेगी।
अफगानिस्तान में मंगलवार को तालिबान की अंतरिम सरकार के गठन के बाद संगठन के सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदाजादा ने सभी अफगान नागरिकों को विदेशी शासन से स्वतंत्रता मिलने की बधाई दी। अंतरिम सरकार में भी ईरान की तर्ज पर सुप्रीम लीडर के तौर पर जगह लेने वाले अखुंदजादा ने अपनी नीति स्पष्ट करते हुए कहा कि तालिबान उन सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों, संधियों और प्रतिबद्धताओं को मानेगा, जो इस्लामी कानून (शरिया) के विपरीत नहीं हैं।
तालिबान के सुप्रीम लीडर होने के बावजूद अखुंदाजादा का अफगानिस्तान पर अपने संगठन के 15 अगस्त को नियंत्रण बनाने के करीब एक पखवाड़े से ज्यादा समय बीतने के बाद यह पहला सार्वजनिक बयान है। अखुंदजादा ने कहा, भविष्य में अफगानिस्तान में सभी प्रशासनिक व जीवन से जुड़े मुद्दे पवित्र शरीया के कानूनों के तहत संचालित किए जाएंगे। साथ ही उसने कहा कि मंगलवार को घोषित की गई नई सरकार जल्द से जल्द अपना कामकाज शुरू कर देगी।
नई सरकार अफगानिस्तान में इस्लामी नियमों और शरिया कानून को लागू करने की दिशा में काम करेगी। अखुंदजादा ने कहा, मैं सभी देशवासियों को आश्वासन देता हूं कि नया नेतृत्व स्थायी शांति, समृद्धि और विकास सुनिश्चित करेगा। तालिबान प्रमुख ने कहा, लोगों को अपने देश को छोड़ने का प्रयास नहीं करना चाहिए। इस्लामी अमीरात को किसी से कोई समस्या नहीं है। सभी व्यवस्था और अफगानिस्तान को मजबूत करने में शिरकत करेंगे और इस तरह हम अपने युद्धग्रस्त देश का पुनर्निर्माण करेंगे।
अमेरिका तालिबान सरकार को मान्यता देने की जल्दबाजी में नहीं : व्हाइट हाउस
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी सरकार अफगानिस्तान में तालिबान की तरफ से गठित की नई सरकार को मान्यता देने की जल्दबाजी में नहीं है। स्पुतनिक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन पिसाकी ने मंगलवार को यह भी कहा कि तालिबान सरकार को मान्यता देने का निर्णय उसके कामकाज पर निर्भर होगा। अमेरिका समेत पूरा विश्व देखेगा कि तालिबान क्या कदम उठाता है।
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