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दक्षिण अफ्रीका की पुलिस ने किए कोरोना वैक्सीन हजारों नकली टीके जब्त, इंटरपोल ने दी चेतावनी

Apurva Srivastav
4 March 2021 4:24 PM GMT
दक्षिण अफ्रीका की पुलिस ने किए कोरोना वैक्सीन हजारों नकली टीके जब्त, इंटरपोल ने दी चेतावनी
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दुनिया में कोरोना वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ने के साथ ही नकली वैक्सीन (Fake Corona Vaccines) के मामले आने भी शुरू हो गए हैं.

दुनिया में कोरोना वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ने के साथ ही नकली वैक्सीन (Fake Corona Vaccines) के मामले आने भी शुरू हो गए हैं. ग्लोबल पुलिस संगठन (Interpol) ने बुधवार को कहा कि चीन (China) और दक्षिण अफ्रीका (South Africa) की पुलिस ने कोरोना वैक्सीन के हजारों नकली टीके जब्त किए हैं. इंटरपोल ने चेतावनी दी कि है कि यह किसी बड़े रैकेट का एक छोटा सा सिरा हो सकता है.

जोहांसबर्ग में मिली कोरोना की 400 शीशियां
इंटरपोल (Interpol) ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में जोहांसबर्ग के बाहरी इलाके में बने एक गोदाम से नकली कोरोना वैक्सीन (Fake Corona Vaccines) की 400 शीशियां बरामद की गई हैं. इन शीशियों से 2400 लोगों को टीके लगाए जा सकते हैं. पुलिस ने मौके से बड़ी मात्रा में नकली मास्क भी बरामद किए हैं. इस दौरान चीन के 3 और जाम्बिया के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया.
छापेमारी का हम स्वागत करते हैं- इंटरपोल
इंटरपोल (Interpol) के महासचिव जुएरगेन स्टॉक (Juergen Stock) ने कहा कि इस छापेमारी का हम स्वागत करते हैं. लेकिन हमें लगता है कि यह किसी बड़े हिमखंड के एक छोटे से सिरे के बराबर है. चीन में भी पुलिस ने नकली कोरोना वैक्सीन बेचने वाले गिरोह का पता लगाया है. इंटरपोल ने दोनों देशों में उजागर हुए मामलों की जांच को सपोर्ट किया है.
चीन में छापेमारी में 3000 नकली टीके बरामद

इंटरपोल (Interpol) के मुताबिक चीन में पुलिस ने नकली कोरोना वैक्सीन (Fake Corona Vaccines) बना रही मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में छापा मारा. इस दौरान 80 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और 3000 नकली वैक्सीन बरामद की गई. इंटरपोल ने कहा कि उसे सूचना मिली है कि नकली कोरोना वैक्सीन बनाने वाले गिरोहों ने अपना डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम भी तैयार कर लिया है. कई प्राइवेट नर्सिंग होम- अस्पताल भी इस खेल में शामिल हो गए हैं.
ऑनलाइन टीके का ऑफर दे रहे हैं माफिया
जुएरगेन स्टॉक (Juergen Stock) ने कहा कि अभी तक कोई भी स्वीकृत कोरोना वैक्सीन ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं हुई है. ऐसे में यदि किसी वेबसाइट या डार्क वेब पर कोई संस्था कोरोना वैक्सीन लगाने का ऑफर दे तो समझ जाइये कि वह गैर-कानूनी है और हेल्थ के हिसाब से खतरनाक है.
कोरोना वैक्सीन कंपनियों से लूटपाट की घटनाएं
स्टॉक ने इससे पहले दिसंबर में जर्मन साप्ताहिक WirtschaftsWoche को दिए एक साक्षात्कार में चेतावनी दी थी कि वैक्सीन बनने और दुनिया भर में इसकी मांग में तेजी आने के बाद से टीका बनाने वाली कंपनियों के गोदामों में चोरी और शिपमेंट लूट की कई घटनाएं हो सकती हैं.


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