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यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद में फिर छिड़ा विवाद, इजरायली पुलिस और फलस्तिनियों के बीच झड़प में 59 लोग घायल
Renuka Sahu
15 April 2022 6:13 AM GMT
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फाइल फोटो
यरूशलम में मौजूद प्रमुख पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद में एक बार फिर झड़प हुई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यरूशलम (Jerusalem) में मौजूद प्रमुख पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद (Al-Aqsa Mosque) में एक बार फिर झड़प हुई है. शुक्रवार सुबह मस्जिद में इजरायली पुलिस (Israeli police) और फलस्तिनियों (Palestinians) के बीच झड़प हुई. स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि इस घटना में 59 फलस्तीनी घायल हुए हैं. हालांकि, तत्काल इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि ये हिंसा किस वजह से हुई है. धार्मिक स्थल का संचालन करने वाले इस्लामी बंदोबस्ती ने कहा कि सुबह से पहले ही इजरायली पुलिस बल ने यहां पर आई. उस वक्त यहां पर फजर की नमाज के लिए हजारों नमाजी मौजूद थे. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में फलस्तिनियों को पत्थर फेंकते और पुलिस को आंसू गैस के गोले दागते देखा गया है.
एक अन्य वीडियो में मस्जिद के अंदर नमाजियों को आंसू गैस से बचने के लिए बैरिकेडिंग करते हुए देखा गया. फलस्तीनी रेड क्रिसेंट आपातकालीन सेना ने बताया कि उसने 59 घायल लोगों को अस्पताल में पहुंचाया है. धार्मिक स्थल का संचालन करने वाले संगठन ने कहा कि मस्जिद में मौजूद एक गार्ड की आंख में रबर की गोलियां मार दी गईं. अभी तक इस पूरे मामले पर इजरायली अधिकारियों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. अल-अक्सा मस्जिद इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है. ये एक पहाड़ी की चोटी पर बना है, जो यहूदियों के लिए सबसे पवित्र स्थल है. यहूदी इसे टेंपल माउंट कहते हैं. यहां दशकों से इजरायल-फलस्तीनी हिंसा होती रही है.
पिछले साल भी रमजान के दौरान हुई थी हिंसा
दरअसल, तनाव की शुरुआत कुछ हफ्तों से ही हो रही थी, क्योंकि फलस्तीनियों द्वारा किए गए हमले में इजरायल में 14 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद, इजरायल ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में गिरफ्तारी और सैन्य अभियान चलाया. इसमें कई फलस्तीनी मारे गए हैं. रमजान का पवित्र महीना होने की वजह से इस बात की जानकारी पहले से ही है कि अल-अक्सा मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए हजारों लोग जुटने वाले हैं. पिछले साल रमजान के दौरान यरूशलम में हफ्तों तक चले विरोध और झड़पों के चलते इजरायल और गाजा पट्टी पर सरकार चलाने वाले हमास के बीच युद्ध की शुरुआत हो गई थी. ये युद्ध 11 दिनों तक चला था.
1967 में इजरायल ने किया कब्जा
इससे पहले, गाजा में हमास और अन्य आतंकवादी समूहों ने वीकेंड पर फलस्तीनियों से अल-अक्सा मस्जिद में कैंप लगाने की गुजारिश की थी. फलस्तीनियों को लंबे समय से इस बात का डर सता रहा है कि इजरायल इस जगह पर कब्जा कर सकता है या इसे बांट सकता है. हालांकि, इजरायली अधिकारियों का कहना है कि वह यथास्थिति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 1967 के युद्ध में इजरायल ने पूर्वी यरुशलम, अल-अक्सा और अन्य प्रमुख पवित्र स्थलों पर कब्जा कर लिया. हालांकि, इन जगहों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली हुई है. फलस्तीनी यरूशलम के पूर्वी हिस्से को अपने स्वतंत्र देश की राजधानी के रूप में देखते हैं.
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