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यह कुत्ता असली कुत्ते के आकार का है और इसका वजन 32 किलो है। यह 40 किलो सामान ले जा सकता है।
लद्दाख में भारत के खिलाफ दादागिरी दिखा रहे चीनी ड्रैगन ने चार पैरों से चलने वाला दुनिया का सबसे बड़ा 'रोबोट याक' बनाने का दावा किया है। चीनी मीडिया का दावा है कि यह रोबोट याक 160 किलो तक वजन उठा सकता है और 1 घंटे में 10 किमी तक का सफर कर सकता है। चीन का यह 'मशीनी याक' भारतीय सीमा पर पहाड़ों के बीच जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे सकता है और चीनी सैनिकों को कठिन परिस्थितियों में भी हथियारों की आपूर्ति कर सकता है।
चीन के सरकारी भोंपू सीसीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इस रोबोट को खासतौर पर उन जगहों के लिए बनाया गया है जहां पर इंसान के लिए काम करना मुश्किल होता है। साथ ही खतरा बहुत ज्यादा होता है। सीसीटीवी का दावा है कि यह रोबोट दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा और भारी है। एक वयस्क की तुलना में यह रोबोट लगभग आधा ऊंचा है। चीन का दावा है कि बड़े आकार के बाद भी यह 160 किलो वजन उठा सकता है और 10 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से भाग सकता है।
जरूरत पड़ने पर हथियारों से लैस किया जा सकेगा रोबोट
A "mechanical yak", bionic robot developed China, can carry up to 160 kg and run at up to 10 km/hour. The robot is a very good choice for missions in remote border regions where constant monitoring is needed, for example, in high altitude plateaus, icy regions and dense forests. pic.twitter.com/okelvTevEV
— Hu Xijin 胡锡进 (@HuXijin_GT) January 18, 2022
रिपोर्ट के मुताबिक इस याक में सेंसर लगे हैं और यह अपने आसपास के इलाके को पहचान कर सकता है। यह रोबोट पहाड़ी पर चढ़ाई, खाई और चोटियों को पार कर सकता है। यह कीचड़ से भरे रास्ते, घास के मैदान, रेगिस्तान और बर्फीले इलाके में भी चल सकता है। यह रोबोट 12 मॉड्यूल को मिलाकर बनाया गया है। यह घूम सकता है, चल सकता है और आगे-पीछे मुड़ सकता है। चीन का दावा है कि यह रोबोट पठारी, पहाड़, रेगिस्तान और घने वन के अंदर भी सैनिकों को विस्फोटक और खाना पहुंचा सकता है जहां सामान्य वाहनों से जाना संभव नहीं हो पाता है।
चीन का दावा है कि इस रोबोट की मदद से दुश्मन के इलाके में जंग के समय आसानी से निगरानी की जा सकेगी। इसके अलावा जिन लक्ष्यों को निशाना बनाया जाना है, उसकी निगरानी भी हो सकेगी। इन जगहों पर इंसानी सैनिकों का जाना मुश्किल होता है। चीनी सेना के विशेषज्ञों ने कहा कि जिन इलाकों में आसानी से निगरानी नहीं हो पाती है, वहां भी इन रोबोट याक की मदद से नजर रखा जा सकेगा। इन रोबोट को जरूरत पड़ने पर हथियारों से लैस किया जा सकेगा। चीन ने मशीनी कुत्ते को भी बनाया है जिसका नाम गेदा रखा है। यह कुत्ता असली कुत्ते के आकार का है और इसका वजन 32 किलो है। यह 40 किलो सामान ले जा सकता है।
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