पाकिस्तान | पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल अल-क़ादिर ट्रस्ट घोटाला मामले में जमानत पर हैं। इस मामले में उन्हें पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने 9 मई को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। जिस जज ने इमरान खान के मामले की सुनवाई की थी, उनका नाम जस्टिस मोहम्मद बशीर है। वह इस्लामाबाद में नैब की तीनों अदालतों के प्रशासनिक जज हैं। इसका मतलब है कि पाकिस्तान की राजधानी में जो भी मामला नैब के पास आएगा, उसकी सुनवाई जस्टिस मोहम्मद बशीर ही करेंगे।
जस्टिस बशीर इस्लामाबाद के नैब कोर्ट संख्या 11 में पिछले 11 साल से तैनात हैं। 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने सबसे पहले उनको इस पद पर नियुक्त किया था। शुरुआत में उनकी नियुक्ति पाकिस्तान के कानून मंत्रालय के नियमों के मुताबिक तीन साल के लिए हुई थी लेकिन उन्हें लगातार सेवा विस्तार मिलता रहा है।
यहां यह बात काबिल-ए-गौर है कि जिन-जिन दलों की सरकारों में उनकी नियुक्ति या सेवा विस्तार मिला, उन दलों के प्रधानमंत्रियों को भी जस्टिस बशीर NAB के कठघरे में खड़ा कर चुके हैं। इनमें पीपुल्स पार्टी के राजा परवेज अशरफ, मुस्लिम लीग नवाज के शाहिद खान अब्बासी और नवाज शरीफ भी शामिल हैं। अब 2021 में सेवा विस्तार देने वाले पीटीआई चीफ इमरान खान का नाम भी उस लिस्ट में जुड़ चुका है।