विश्व
32 साल बाद सुनसान द्वीप पर अकेली रातें बिता कर अपने लोगों के बीच लौटेंगे इटली का 'रॉबिन्सन क्रूजो'
Rounak Dey
5 May 2021 10:11 AM GMT
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बड़ी संख्या में लोगों ने उनका अच्छे जीवन की मनोकामना की.
आपने रॉबिन्सन क्रूजो (Robinson Crusoe) की कहानी जरूर सुनी होगी, जो 28 सालों तक एक टापू पर अपनी जिंदगी अकेले गुजार देता है. लेकिन असल जीवन में भी एक 'रॉबिन्सन क्रूजो' हैं. माउरो मोरांडी (Mauro Morandi) को इटली (Italy) का 'रॉबिन्सन क्रूजो' कहा जाता है, जिन्होंने अपने जीवन के 30 से अधिक साल सार्डिनिया के तट से दूर स्थित एक द्वीप पर अकेले रहते हुए बिता दिए. लेकिन वह अब बुदेली द्वीप पर बनी अपनी छोटी सी झोपड़ी को अलविदा कह रहे हैं. दरअसल, स्थानीय अधिकारी बार-बार उन्हें द्वीप से बेदखल करने की धमकी दे रहे थे.
81 वर्षीय माउरो मोरांडी इस द्वीप पर 1989 से रह रहे थे. रविवार को उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए ऐलान किया वह द्वीप छोड़कर जा रहे हैं. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, मैं द्वीप छोड़कर जा रहा हूं. उन्होंने आगे लिखा, बुदेली द्वीप सुरक्षित किया जाएगा जैसा कि मैंने 32 साल तक किया है. माउरो मोरांडी पेशे से टीचर रह चुके हैं. वह इटली से पोलिनेशिया जाते समय इस द्वीप पर रुके और फिर यहीं के होकर रह गए. उन्होंने बताया कि वह जब पहली बार इस द्वीप पर पहुंचे तो वह यहां की खूबसूरती देखकर इस जगह के कायल हो गए और यहीं रहने का फैसला किया. वह 32 सालों तक इस द्वीप की देखरेख करते रहे.
सालों से अधिकारियों संग चल रहा है विवाद
हालांकि, केयरटेकर की भूमिका उस समय खराब हो गई जब 2015 में ला मदाल्डेना के नेशनल पार्क ने बुदेली का स्वामित्व अपने हाथों में ले लिया. मोरांडी ने अधिकारियों के साथ संघर्ष करते हुए वर्षों बिताए हैं. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अब वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है. दूसरी ओर, मोरांडी अपने घर को एक पर्यावरण वेधशाला बनाने की योजना के खिलाफ लड़ रहे हैं. मोरांडी ने सीएनएन को कहा कि मैं यहां रहने के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं, यदि इसका परिणाम मुझे यहां से घसीटकर बाहर निकालना ही क्यों ना हो. मुझे नहीं मालूम है कि अब मैं कहां जाऊंगा. ये मेरा जीवन है.
बुदेली द्वीप का ख्याल रखने वाला मैं अकेला व्यक्ति: मोरांडी
मोरांडी ने यह भी स्वीकार किया कि वह द्वीप के भविष्य के बारे में चिंतित हैं, जिसकी उन्होंने 32 सालों से सुरक्षा की है. उन्होंने कहा, एक दिन मैंने यहां पर दो पर्यटकों का पीछा किया, जो गुलाबी रेत वाले समुद्र तट पर घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे. मैं पूरा दिन यहां की रेत को साफ सुथरा रखता हूं और घुसपैठियों को रात में यहां आने से रोकता हूं. उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि मैं ही वो इकलौता व्यक्ति हूं, जिसने सालों से बुदेली का ख्याल रखा है. यहां मैं निगरानी का काम करता हूं, जबकि इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है. मोरांडी के द्वीप छोड़ने का ऐलान करने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने उनका अच्छे जीवन की मनोकामना की.
Rounak Dey
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