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टेक्नोलॉजी | आज के डिजिटल युग में, युवाओं का स्क्रीन टाइम तेजी से बढ़ रहा है, जिससे उनकी मानसिक सेहत और उत्पादकता पर असर पड़ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए YouTube ने Youth Digital Wellbeing प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य युवाओं को डिजिटल दुनिया में बैलेंस बनाना और जिम्मेदारी से कंटेंट का उपभोग करने में मदद करना है।
क्या है Youth Digital Wellbeing प्रोग्राम?
YouTube का यह प्रोग्राम एक विशेष इनिशिएटिव है, जो युवाओं को डिजिटल हेल्थ के बारे में जागरूक करने और सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव प्रदान करने के लिए बनाया गया है। इसका फोकस मुख्य रूप से युवाओं को सोशल मीडिया और ऑनलाइन कंटेंट के प्रभावों को समझने, मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करने पर है।
कैसे करता है काम?
Youth Digital Wellbeing प्रोग्राम के तहत YouTube कई महत्वपूर्ण टूल और फीचर्स ऑफर करता है, जो यूजर्स को बेहतर डिजिटल आदतें अपनाने में मदद करते हैं—
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स्क्रीन टाइम मैनेजमेंट: YouTube पर "Take a Break" फीचर यूजर्स को उनकी वॉचिंग हैबिट्स को मॉनिटर करने में मदद करता है।
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कंटेंट गाइडेंस: YouTube की AI तकनीक युवाओं के लिए सही और हेल्दी कंटेंट को प्रमोट करती है, जिससे उन्हें निगेटिव और अनसेफ वीडियो से बचाया जा सके।
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मेंटल हेल्थ रिसोर्सेज: यह प्रोग्राम मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर युवाओं को डिजिटल स्ट्रेस मैनेज करने के टिप्स देता है।
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पैरेंटल कंट्रोल: माता-पिता के लिए भी इसमें कई सुरक्षा सेटिंग्स दी गई हैं, जिससे वे अपने बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटीज पर नजर रख सकते हैं।
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ऑनलाइन सेफ्टी एडवाइस: साइबरबुलिंग और ऑनलाइन खतरों से बचने के लिए गाइडलाइंस और एडवाइजरी जारी की जाती हैं।
क्यों है यह जरूरी?
स्क्रीन टाइम बढ़ने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर
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सोशल मीडिया और ऑनलाइन कंटेंट का युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
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डिजिटल वेलबीइंग की कमी से स्ट्रेस और एंग्जायटी जैसी समस्याएं
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ऑनलाइन सिक्योरिटी और साइबरबुलिंग से बचने के लिए जागरूकता की जरूरत
युवाओं के लिए फायदेमंद कैसे?
YouTube का Youth Digital Wellbeing प्रोग्राम युवाओं को डिजिटल दुनिया में जागरूक और जिम्मेदार बनाता है। इससे वे बेहतर कंटेंट चुन सकते हैं, मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे सकते हैं और डिजिटल स्ट्रेस से बच सकते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल?
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YouTube की सेटिंग्स में जाकर ‘डिजिटल वेलबीइंग’ फीचर्स को एक्सप्लोर करें।
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"Take a Break" और "Bedtime Reminders" जैसे टूल्स को एक्टिवेट करें।
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मेंटल हेल्थ और डिजिटल सेफ्टी से जुड़े यूट्यूब रिसोर्सेज को फॉलो करें।
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पेरेंटल कंट्रोल सेटिंग्स को समझकर बच्चों के लिए सेफ्टी सुनिश्चित करें।
निष्कर्ष
YouTube का Youth Digital Wellbeing प्रोग्राम युवाओं को डिजिटल लाइफस्टाइल में बैलेंस बनाने और सही दिशा में कंटेंट का उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है। यदि सही तरीके से अपनाया जाए, तो यह डिजिटल स्ट्रेस को कम करने और ऑनलाइन अनुभव को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता है।
