प्रौद्योगिकी

घरवालों को स्कैम से सेफ रखने के लिए करें ये काम

Apurva Srivastav
26 May 2024 8:23 AM GMT
घरवालों को स्कैम से सेफ रखने के लिए करें ये काम
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नई दिल्ली। ऑनलाइन होने वाले स्कैम और फ्रॉड्स के कारण आए दिन लोग अपना नुकसान करवा बैठते हैं। स्कैमर्स बुजुर्ग लोगों को निशाना बनाते हैं। ऐसे लोग डिजिटली ज्यादा सक्षम नहीं होते हैं, जिसके कारण इन्हें ठगना स्कैमर्स के लिए आसान हो जाता है। फाइनेंशियल क्राइम्स इन्फोर्समेंट नेटवर्क के डेटा के मुताबिक, एक साल में बुजुर्ग लोगों से औसतन 3 बिलियन डॉलर की ठगी की जाती है।
साल दर साल ये आंकड़ा लगातार बढ़ ही रहा है। ऐसे में घर के अन्य लोगों की जिम्मेदारी हो जाती है कि वह घर के बड़े लोगों को ऑनलाइन हो रहे स्कैम व फ्रॉड्स के बारे में बताएं। उन्हें समझाएं कि इस स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या नहीं। यहां कुछ ऐसे महत्वपूर्ण पॉइंट पर बात करेंगे। जो स्कैम और फ्रॉड्स से काफी हद तक आपको और आपके घरवालों को सेफ रखने में मदद कर सकते हैं।
आ रहे स्कैम के नए-नए तरीके
स्कैमर्स भोले- भाले लोगों को अपने झांसे में फंसाने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। जब तक लोगों को एक स्कैम के बारे में अच्छे से पता चलता है, तब तक कोई नया तरीका सामने आ चुका होता है। किस तरीके से ये अपने जाल में आपके माता-पिता को फंसा सकते हैं। इसके बारे में कहना तो मुश्किल है। लेकिन कुछ चीजों का ख्याल रखा जाए तो काफी हद तक सेफ्टी हो सकती है।
पैसे जीतने का लालच: कॉल, मैसेज या किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अगर आपके पास प्राइज जीतने का मैसेज आता है तो इस स्थिति में सतर्क हो जाने की जरूरत है। आमतौर पर ऐसे मैसेज स्कैम व फ्रॉड करने के मकसद से ही किए जाते हैं। असल में इनका वास्तविकता से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं होता है।
सरकारी कॉल: आजकल एक नया चलन स्कैमर्स ने खोज निकाला है। इसमें ये खुद को सरकारी एजेंसियों का कर्मचारी बताते हैं। कई बार तो पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को जाल में फंसाने की कोशिश की जाती है। ये आम लोगों पर दवाब बनाते हैं कि उनके नाम से शिकायत की गई है।
अगर वह कुछ पैसे दे देते हैं तो उनका नाम इससे हटा दिया जाएगा। नतीजतन, इस चंगुल में बहुत से लोग आकर पैसे दे भी देते हैं और बाद में एहसास होता है कि उनके साथ तो फ्रॉड हो चुका है।
अनचाही कॉल: अपने बड़े बुजुर्गों को अनचाही कॉल्स के बारे में जानकारी दें। कई बार बैंक या किसी संस्थान के नाम पर स्कैमर्स पर्सनल जानकारी ले लेते हैं, जिसके दम पर ये फ्रॉड और ठगी को अंजाम देते हैं। अगर कोई भी पर्सनल जानकारी मांगता है तो पहले अच्छे से जांच कर लें कि कॉल कर रहा व्यक्ति सही है या फ्रॉड में फंसाने का प्रयास कर रहा है।
लिमिटेड टाइम ऑफर्स: Emails, टेक्स्ट मैसेज और फोन कॉल्स पर लिमिटेड टाइम ऑफर्स बोलकर आम लोगों को प्राइज जीतने का लालच दिया जाता है। साथ ही बोला जाता है कि यह ऑफर सीमित समय के लिए है। इसमें हिस्सा लेने के लिए आपको कुछ पैसे देने होंगे। कुछ लोग इनके कहने पर पैसे दे भी देते हैं।
फ्री लॉन्च: मेल पर फ्री सेमिनार जॉइन करने के लिए मैसेज आते हैं। मेल में लिखा होता है कि इवेंट में फ्री डिनर मिलेगा और प्राइस भी दिया जाएगा। लेकिन रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ फीस देनी होगी। इस झांसे में बुजुर्ग लोग फंस जाते हैं। उन्हें बताएं कि इस तरह के किसी भी इवेंट को अटैंड न करें।
स्कैम से बचने के लिए सेफ्टी टिप्स
स्पैम कॉल पर न दें ध्यान: स्कैमर्स बुजुर्ग लोगों के पास कॉल करते हैं। यह उनके लिए डिजिटली रूप से कम सक्षम लोगों के पास पहुंचने का सबसे सरल तरीका है। आप अपने घरवालों के स्पैम कॉल के बारे में जानकारी दे सकते हैं। स्पैम कॉल को ब्लॉक करने के लिए आप *87 डायल कर सकते हैं।
कॉल कट करें: आमतौर पर बुजुर्ग लोग ऐसी कॉल आने पर स्कैमर्स से बात करने लग जाते हैं। ऐसे में उन्हें आप बताएं कि ऐसी कोई कॉल आने पर तुरंत कट कर देनी चाहिए। ऐसा न करने से ये लोग अपने जाल में फंसाकर निजी जानकारी ले लेते हैं और फिर फ्रॉड्स को अंजाम देते हैं।
फर्जी मेल पर न दें ध्यान: अपने माता-पिता को फर्जी मेल पर ध्यान न देने के लिए बोलें। अपने माता-पिता को धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाने के लिए उन्हें डिजिटली रूप से सक्षम करें। स्कैम से बचने के लिए वित्तीय खातों की निगरानी करने में उनकी मदद करना महत्वपूर्ण है।
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