अफगानिस्तान में तालिबान की जो नई सरकार बनी है उसमें विश्व के घोषित आतंकवादियों के शामिल होने से साबित हो गया है कि यह देश अब दहशतगर्दी के साये में जीने को मजबूर होगा।