अजीब दौर से गुजर रहा है अपना देश। इतना अजीब दौर है कि जिनका काम है शासन चलाना, वे उलझे हुए हैं इस चिंता में कि हम क्या खा रहे हैं, क्या पी रहे हैं, शादी किससे कर रहे हैं