पढ़ने वाला लिखने वाले से बड़ा होता है, हड़बोंग प्रसाद ने अपनी तोंद खुजाते हुए कहा, आप क्या लिखते हैं उसकी उपयोगिता तभी है जब कोई उसे पढ़े। आप हम पर आश्रित हैं, हम आपके सहारे नहीं हैं।