मेरे एक मित्र अति भावुक हैं। वे न तो सहजता से खुशियां संभाल पाते हैं और न ही धैर्य से दुख सह पाते हैं। जीवन में आई छोटी-छोटी खुशियां उन्हें उमंगित-उल्लसित करने लगती हैं