यथार्थ बहरूपीय है। वही शक्ल दिखाता है, जो देखनेवाला देखना चाहता है। पिछले सप्ताह कुछ ऐसा ही हुआ। भारत के प्रधानमंत्री जापान में थे, क्वाड की बैठक के लिए।