योगी की बुलडोजर नीति संविधान से भी ऊपर हो गई है। हालत यह है कि देश के मात्र दो अखबारों ने इस बुलडोजर नीति के खिलाफ खबरें प्रकाशित की और संपादकीय भी लिखा है।