जीडीपी मात्रात्मक पहलुओं से ज्यादा और गुणात्मक पहलुओं से कम जुड़ा हुआ है। इसमें मान्यता है कि जो बड़ा है, वह बेहतर है। यह अच्छे एवं बुरे उत्पादन में फर्क नहीं करता।