अर्थव्यवस्था की दशा को लेकर विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे वैश्विक संस्थानों और रेटिंग एजेंसियों ने पिछले कुछ महीनों में जो अनुमान व्यक्त किए हैं,