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आज रचा जाएगा रणजी ट्राफी में इतिहास, पहली बार कैबिनेट मिनिस्टर टीम का हिस्सा

Renuka Sahu
17 Feb 2022 4:03 AM GMT
आज रचा जाएगा रणजी ट्राफी में इतिहास, पहली बार कैबिनेट मिनिस्टर टीम का हिस्सा
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फाइल फोटो 

मनोज देश के पहले ऐसे क्रिकेटर बनने जा रहे हैं जो मंत्री रहते प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट खेलेंगे।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मनोज देश के पहले ऐसे क्रिकेटर बनने जा रहे हैं जो मंत्री रहते प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट खेलेंगे। 17 फरवरी को कटक के बाराबाती स्टेडियम में बड़ौदा के खिलाफ मैच खेलने के लिए उतरते ही वह यह कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कर लेंगे।

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। क्रिकेट के जनक इंग्लैंड में भले ही यह खेल सज्जनों का खेल (जेंटलमैंस गेम) कहा जाता है, लेकिन भारत में इसकी शुरुआत राजे-रजवाड़ों के खेल के तौर पर हुई। देश के पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्राफी का नामकरण केएस रणजीत सिंह के नाम पर हुआ, जो नवानगर के महाराजा थे। 1934-35 में हुए पहले रणजी टूर्नामेंट की ट्राफी पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने दान की थी।
वक्त गुजरता गया, आज क्रिकेट राजे-रजवाड़ों के खेल से आम आदमी का खेल बन गया। हालांकि, रणजी ट्राफी खेलने वाले क्रिकेटरों की फेहरिस्त में कुछ मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं। इनमें सबसे खास मनोज तिवारी हैं। मनोज देश के पहले ऐसे क्रिकेटर बनने जा रहे हैं, जो मंत्री रहते प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट खेलेंगे। 17 फरवरी को कटक के बाराबाती स्टेडियम में बड़ौदा के खिलाफ मैच खेलने के लिए उतरते ही वह यह कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कर लेंगे। 36 साल के मनोज बंगाल के खेल राज्य मंत्री हैं। उन्होंने पिछले साल ही ममता सरकार में मंत्रिपद संभाला है।
वैसे मनोज रणजी क्रिकेट में पहले से ही चिर परिचित नाम हैं। उन्होंने अपने डेढ़ दशक से भी लंबे करियर में रणजी ट्राफी के कई सत्र खेले हैं। मनोज ने अब तक 125 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जिनमें 100 रणजी मैच शामिल हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 50.36 के औसत से 8,965 रन बनाए हैं, जिसमें 27 शतक और 37 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 303 रन का है। 2020 में रणजी ट्राफी जीतने वाली बंगाल टीम के वह अहम सदस्य थे। अब तक उन्होंने क्रिकेटर के तौर पर ही रणजी मैच खेले हैं, लेकिन इस सत्र में वह मंत्री के तौर पर भी खेलते नजर आएंगे।
वैसे मनोज रणजी खेलने वाले बंगाल के पहले खेल राज्य मंत्री नहीं हैं। इससे पहले लक्ष्मी रतन शुक्ला भी रणजी खेल चुके हैं, लेकिन शुक्ला ने मंत्री बनने से पहले रणजी ट्राफी खेली थी। राजनीति में आने से पहले ही उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इससे इतर मनोज ने क्रिकेट व राजनीति, दोनों में अपनी पारी जारी रखने का मन बनाया है। वैसे केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी रणजी खेल चुके हैं।
उन्होंने 2000-01 सत्र में हिमाचल प्रदेश की तरफ से जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी का एक मैच खेला था। उस मैच में उन्होंने कप्तानी भी की थी। अनुराग ठाकुर उस वक्त हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के अध्यक्ष थे। रणजी ट्राफी से आइपीएस-आइएएस बनने वाले कई क्रिकेटरों के नाम भी जुड़े हैं, जिनमें अमय खुरसिया व जोगिंदर शर्मा उल्लेखनीय हैं।
रणजी ट्राफी खेलने वाले क्रिकेटरों में मौजूदा दौर के कई राजनेता भी शामिल हैं, जिनमें नवजोत सिंह सिद्धू, मुहम्मद अजहरुद्दीन, गौतम गंभीर, कीर्ति आजाद, अशोक डिंडा समेत अन्य शामिल हैं।
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