खेल
IOA ने लिया ये फैसला, टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों की जर्सी पर नहीं होगा चीन की कंपनी का नाम
Apurva Srivastav
8 Jun 2021 6:31 PM GMT
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भारतीय ओलिंपिक संघ (Indian Olympic Assosiation) ने फैसला किया है
भारतीय ओलिंपिक संघ (Indian Olympic Assosiation) ने फैसला किया है कि इस साल जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से आठ अगस्त के बीच होने वाले ओलिंपिक खेलों में देश के खिलाड़ियों की किट पर प्रायोजक का नाम नहीं होगा. आईओए ने मंगलवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी है और बताया कि उन्होंने देश के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है. दरअसल भारतीय टीम की किट प्रायोजक चीन की कंपनी ली-निंग थी और पिछले सप्ताह जब टीम की किट लांच हुई तो सोशल मीडिया पर इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था. पिछले साल गलवान वैली में चीनी सैनिकों द्वारा 20 भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद देश में चीन के खिलाफ माहौल है और इसी कारण चीन का विरोध होता रहा है.
आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और महासचिव राजीव मेहता ने एक संयुक्त बयान में कहा, "हम अपने फैंस की भावनाओं से वाकिफ हैं और इसलिए आईओए ने फैसला किया है कि हम किट बनाने वाली कंपनी के साथ किए गए मौजूदा करार से पीछे हटते हैं. हमारे खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ बिना ब्रांड के कपड़े पहनेंगे."
खेल मंत्रालय का किया शुक्रिया
बयान में कहा गया है, "हम खेल मंत्रालय का मार्गदर्शन के लिए शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होंने यह फैसला लेने में हमारी मदद की. हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी अपने कपड़ों के ब्रांड को लेकर पूछे जाने वाले सवालों के बिना ट्रेनिंग करें. वह वैसे ही बीते एक साल से ज्यादा समय से महामारी से जूझ रहे हैं. हम नहीं चाहते कि उनका ध्यान भटके."
चीन की कंपनी के कपड़े नही पहनेंगे
चीनी सैनिकों द्वारा लद्दाख में 20 भारतीय सैनिकों को मारने के बाद देश में चीनी उत्पादों के बहिष्कार की आवाजें उठने लगी थी. इसके बाद सरकार ने कई चीन की कंपनियों पर बैन लगाया था जिसमें कई सोशल मीडिया साइट्स, गेम्स, शामिल थे. आइओए ने मई 2018 में लि-निंग के साथ करार किया था. करार के मुताबिक कंपनी खिलाड़ियों के कपड़े, जूते प्रायोजित करेगी हालांकि प्लेयिंग किट बनाने वाली कंपनी भारतीय नहीं है बल्कि चीन की कंपनी ली-निंग है. ओलिंपिक खेलों के साथ जुड़े हुए कई एथलीट्स ने भी कहा था कि वे चीनी कंपनियों के साथ रिश्ते खत्म करना चाहते हैं और चीनी प्रोडक्ट से भी दूरी बनाना चाहते हैं. गुरुवार को जब किट का अनावरण हुआ तो पता चला कि अभी भी प्रयोजित कंपनी लिनिंग ही है, लेकिन मंगलवार को आईओए ने बयान जारी कर इस संबंध में नई जानकारी दी है और बताया है कि वह मौजूदा करार से पीछे हट गई है.
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