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हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय

Ritisha Jaiswal
22 April 2021 11:11 AM GMT
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
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एक स्टडी के अनुसार भारतीय हर दिन करीब 11 ग्राम नमक खा रहा हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | एक स्टडी के अनुसार भारतीय हर दिन करीब 11 ग्राम नमक खा रहा हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक एक शख्स को हर रोज़ सिर्फ 5 ग्राम नमक ही खाना चाहिए और यही नमक देशवासियों को हाई बीपी का मरीज़ बना रहा है। हमारे देश में हर 4 में से 1 शख्स हाइपरटेंशन का शिकार है और हर साल हाई बीपी से करीब 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है। इतना ही नहीं हाई बीपी के लोग तेजी से कोरोना वायरस का शिकार होते है। कोरोना से करीब 50 प्रतिशत हाई बीपी के मरीज शिकार होते है।

हाइपरटेंशन के शिकार 50 प्रतिशत लोगों को पता ही नहीं होता कि उनका ब्लड प्रेशर हाई है। हाई बीपी के 7 मरीज़ों में सिर्फ 1 ही अपनी दवा लेता है और दवा खाने वाला 10 में से 1 ही शख्स बीपी को कंट्रोल रख पाता है । अगर आपको भी हाई बीपी के कोई भी लक्षण नजर आए तो आप स्वामी रामदेव द्वारा बताए इन आयुर्वेदिक उपायों के द्वारा कंट्रोल कर सकते हैं।
हाई बीपी के लक्षण
सिर भारी होना
नींद न आना
चिड़चिड़ापन
बार-बार सिरदर्द
मानसिक तनाव
सांस लेने में परेशानी
नसों में झनझानहट
बात-बात पर गुस्सा
हाई बीपी को कंट्रोल करने का इंस्टेंट इलाज
अगर आपको अचानक बीपी बढ़ जाता है तो इन कुछ नुस्खों को अपना सकते हैं। इनसे आपको इंस्टेंट लाभ मिलेगा।
सिर पर ठंडे पानी को भिगोकर तौलिया रख लें। इसके साथ ही एक बाल्टी पर गर्म पानी भरकर उसमें पैर डूबो लें। इसके साथ ही शीतली और शीतकारी प्राणायाम करते रहे। इससे थोड़ी ही देर में ही हाई ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो जाएगा।

एक कॉटन के कपड़े में आइस क्यूब को बांधकर स्पाइनल कोड की मसाज करे।
मिट्टी की पट्टी पेट पर थोड़ी देर के लिए रख लें। इससे भी बढ़ी हुई बीपी कम हो जाएगी।
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
जटामासी, ब्राह्मी, सर्पगंधा का पाउडर करके पिएं। इससे आपको लाभ मिलेगा। इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी सर्पगंधा का सेवन अकेले न करे। इसमें कोई न कोई दूसरी औषधि मिलाकर ही करे।
लौकी का जूस का सेवन रोजाना करे।
अर्जुन की छाल और दालचीनी को पानी में उबालकर दिनभर पिएं।
अगर आपका पित्त बढ़ने के कारण हाई बीपी की समस्या हो गई हैं तो इसके लिए अधिक पानी पिएं, तरबूज, कद्दू, लौकी का जूस पिएं। इसके साथ ही लौकी, एलोवेरा, व्हीटग्रास, शीशम, पीपल, सौंफ, धनिया और गुलाब की पंखुड़ियों का पानी पिएं।
किडनी संबंधी बीमारी के कारण या फिर क्रेटिनन बढ़ जाने के कारण भी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसे में आप गोखरू का पानी पिएं। इसके अलावा नीम और पीपल के पत्तों का रस पिएं।
थायराइड की समस्या के कारण भी बीपी बढ़ जाता है। इसके लिए धनिया का पानी पिएं।
मोटापा के कारण भी हाई बीपी की समस्या हो जाती है। इसलिए वजन कम करने के लिए रात को सोते वक्त त्रिफला पानी के साथ भिगो दें। सुबह इस पानी का सेवन करे। इसके अलावा गोधर्न अर्क, मेधोहर वटी और अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन करे।
खून गाढ़ा होने से भी बीपी बढ़ जाता है। ऐसे में प्याज का रस निकाल ठंडे पानी के साथ पी लें। आप चाहे तो थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं।
कोलेस्ट्राल बढ़ने से भी बीपी बढ़ जाता है। इसके लिए अर्जुन की छाल और दालचीनी का पानी पिएं।
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए मुक्तावटी, बीपी ग्रिड का सेवन करे।
बीपी बढ़ जाने के कारण नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो मेधावटी की गोली खाएं।


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